November 21, 2024

सीआईटीयू ने कामरेड नागेंद्र सकलानी शहादत दिवस पर शुरू किया मांगपत्र युक्त हस्ताक्षर अभियान

मसूरी। सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन (सीटू) मसूरी शाखा ने कामरेड नागेद्र सकलानी व मोलू भरदारी के शहादत दिवस पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके पश्चात सीटू के नगर अध्यक्ष भगवान सिंह चौहान द्वारा मांगपत्र युक्त हस्ताक्षर अभियान का शुभारंभ किया गया। इस मौके पर कामरेड नागेंद्र सकलानी अमर रहे व केंद्र व प्रदेश सरकार मुर्दाबाद के नारे लगाए गए।

झूलाघर स्थित शहीद स्थल पर कामरेड नागेंद्र सकलानी व मोलू भरदारी के 76 वे शहादत दिवस के अवसर पर सीटू के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में एकत्रित हुए। जहां पर सीटू कार्यकर्ताओं द्वारा उनको श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इसके पश्चात सीआईटीयू के नगर अध्यक्ष भगवान सिंह चौहान ने मांगपत्र युक्त हस्ताक्षर अभियान का शुभारंभ किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि सीआईटीयू के केंद्रीय नेतृत्व के आह्वान पर प्रदेशभर के जनपद मुख्यालयों में सीआईटीयू द्वारा कामरेड नागेंद्र सकलानी व मोलू भरदारी को उनके शहादत दिवस पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर मांगपत्र युक्त हस्ताक्षर अभियान का शुभारंभ किया गया है। उन्होंने कहा कि भाजपा की केंद्र और प्रदेश की किसान, मजदूर विरोधी सरकार किसानों, मजदूरों की समस्याओं का समाधान करने के बजाय जनता का ध्यान भटकाने के लिए अपना सांप्रदायिक एजेंडा पेश कर रही है। अपने इस एजेंडे की आड़ में भाजपा सरकारें लगातार सरकारी संस्थानों का निजीकरण कर अपने कॉरपोरेट मित्रों को लाभ पहुंचाने का कार्य कर रही हैं। इससे लगातार सरकारी नौकरियों में कमी आई है, जिससे बेरोजगारी में भारी इजाफा हुआ है। उन्होंने कहा कि मजदूर, किसान उनके किसी भी सांप्रदायिक एजेंडे के झांसे में नही आयेंगे। इसी उद्देश्य से सीटू द्वारा इस मांगपत्र युक्त हस्ताक्षर अभियान को जारी किया गया है। इसके तहत सीटू के कार्यकर्ता घर घर जाकर जनता को महंगाई, बेरोजगारी, निजीकरण जैसे मुद्दों को लेकर जागरूक करेंगे, और उस पर हस्ताक्षर करवाएंगे, ताकि 23 जनवरी को नेताजी सुभाषचंद्र बोस की जयंती पर उसे प्रधानमंत्री मोदी को प्रेषित किया जा सके। उन्होंने कहा कि मांगपत्र में न्यूनतम वेतन 26000 करने, महंगाई पर रोक लगाने, रेलवे, बिजली के निजीकरण पर रोक लगाने, स्कीम वर्कर्स (आशा, आंगनबाड़ी व भोजनमाता) को सरकारी कर्मचारी घोषित करने, आउटसोर्स, ठेकेदारी प्रथा पर रोक लगाने, पुरानी पेंशन स्कीम बहाल करने, नए व्हीकल एक्ट को वापस लेने, श्रम कानूनों किए गए बदलाव को रद्द करने आदि मांगे की गई है। 

इससे पहले सीआईटीयू की मसूरी सचिव कामरेड ममता राव व उपाध्यक्ष कीर्ति कंडारी ने राजशाही के खिलाफ चलाये गये आंदोलन मे 11 जनवरी 1948 को शहीद हुए नागेद्र सकलानी की शहादत दिवस पर उन्हें श्रद्धांजलि दी व उनके जीवन पर प्रकाश डाला। 

इस मौके पर पूर्व पालिका सभासद केदार सिंह चौहान ने बताया कि टिहरी राजशाही के अत्याचार व भू बंदोबस्त व्यवस्था के खिलाफ कीर्तिनगर से आंदोलन शुरू किया। जिसमे 11 जनवरी 1948 को कामरेड नागेंद्र सकलानी के नेतृत्व में जनता ने सरकारी संस्थानों पर कब्जा कर दिया था व राष्ट्रीय ध्वज फहरा दिया था। लेकिन उसके अगले दिन राजशाही के अधिकारी ने नागेंद्र सकलानी और मोलू भरदारी पर गोलियां दाग दी। जिससे दोनो क्रांतिकारी शहीद हो गये। जिसके परिणामस्वरूप आंदोलनकारी जनता ने पेशावर नायक वीर चंद्र सिंह गढ़वाली के नेतृत्व में दोनो के पार्थिव शरीर को लेकर टिहरी कूच किया और अतंत  राजशाही का अंत हुआ।

इस मौके पर, होटल एंड रेस्टोरेंट कर्मचारी संघ के महासचिव विक्रम बलूड़ी, आशा कार्यकत्री यूनियन की अध्यक्ष बीना रावत, महासचिव सुनीता सेमवाल, आंगनबाड़ी कार्यकत्री यूनियन मसूरी की अध्यक्षा जयश्री बिष्ट, लक्ष्मी अग्रवाल, स्वाति, सुनीता तेलवाल, रामप्यारी डोभाल, सुधा कंडारी, सुनीता लेखवार, वैजन्ती, शैल यहुना, राजेश्वरी, वंदना, यशोदा, सुलोचना, रीना, वैजन्ती, स्वाति सरियाल, संपत्ति, राजेंद्र सिंह चौहान, विजय कुमार, रमेश, दिनेश भटट, गब्बर सिंह धनाई, प्रताप सिंह जस्यारी आदि सीटू कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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