देश में तेजी से बढ़ते जा रहे हैं कोरोना के मामले, चार दिन में हुई 1700 मरीजों की बढ़ोतरी

नई दिल्ली: देश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने आंकड़े जारी करके बताएं कि 30 मई तक देश भर में 2710 मामले दर्ज किए गए. दिल्ली, गुजरात, कर्नाटक,पंजाब, तमिलनाडु में पिछले चौबीस घंटे में 1-1 मौत कोरोना की वजह से हुई है. जबकि महाराष्ट्र में 2 लोगों की जान गई है.
देशभर में कोरोना के पिछले चौबीस घंटे में 511 नए मामले दर्ज किए गए हैं. 26 मई तक जो आंकड़े 1010 थे, वह 30 मई को बढ़कर 2710 हो गए. चार दिन में 1700 मरीजों की बढ़ोतरी देखी गई है. वहीं संक्रमण की वजह से 7 लोगों की जान चली गई, जिसमें एक मौत राजधानी दिल्ली में भी हुई है. हालांकि दिल्ली में इस साल कोरोना से मौत का ये पहला मामला है. दिल्ली में अगर संक्रमण की बात करें तो 56 नए मामले पिछले चौबीस घंटे में दर्ज किए गए. राजधानी दिल्ली में कोरोना के कुल 294 एक्टिव केस हैं. वहीं 214 लोग अब तक ठीक हो चुके हैं. इस साल दिल्ली में कोरोना से मौत का ये पहला मामला है. जानकारी के मुताबिक, कोरोना से दिल्ली में एक 60 साल की महिला की जान गई है.
देश में के कहां कितने मामले
राज्य | कोरोना के एक्टिव मामले |
दिल्ली | 294 |
केरल | 1147 |
महाराष्ट्र | 424 |
गुजरात | 223 |
तमिलनाडु | 148 |
कर्नाटक | 148 |
पश्चिम बंगाल | 116 |
राजस्थान | 51 |
उत्तर प्रदेश | 42 |
पुडुचेरी | 35 |
हरियाणा | 20 |
आंध्र प्रदेश | 16 |
मध्य प्रदेश | 10 |
छत्तीसगढ़ | 3 |
गोवा | 7 |
तेलंगाना | 3 |
उड़ीसा | 4 |
पंजाब | 4 |
जम्मू-कश्मीर | 4 |
मिजोरम | 2 |
अरुणाचल प्रदेश | 3 |
असम | 2 |
चंडीगढ़ | 3 |
दिल्ली-एनसीआर में कोरोना संक्रमण के मामलों में जिस तरह से बढ़ोतरी हो रही है, वह डरा देने वाला है.हालांकि एक्स्पर्ट्स का कहना है कि डरने की जरूरत नहीं है. AIIMS के पूर्व डायरेक्टर डॉक्टर गुलेरिया ने कहा कि करोना का JN.1 वैरिएंट सबसे ज्यादा फैल रहा है, हालांकि डरने की कोई बात नहीं है. इस वैरिएंट में केस बढ़े जरूर हैं, लेकिन खतरा गंभीर नहीं है. इस वैरिएंट में दो बाते हैं, पहली यह कि ये वैरिएंट इम्यून इवेजन कर रहा है. यानि कि इम्यून सिस्टम को इफ़ेक्ट कर संक्रमण फैलाने के चांस इसमें ज्यादा हैं. दूसरा ये कि म्यूटेशन की वजह से एक इंसान से दूसरे इंसान में फैलने की संभावना भी इस वायरस में थोड़ी सी ज्यादा है. हालांकि नए वैरिएंट के लक्षण हल्के हैं.