भवन स्वामी ने गेट लगाकर सार्वजनिक मार्ग किया बंद, क्षेत्रवासियों में आक्रोश
मसूरी। लाइब्रेरी क्षेत्र में जल संस्थान व ईएसआई अस्पताल को जाने वाले सार्वजनिक मार्ग पर एक भवन स्वामी द्वारा गेट लगाकर मार्ग बंद किए जाने को लेकर क्षेत्रवासियों में भारी आक्रोश है। इसके खिलाफ स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने मौके पर जाकर विरोध किया। सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंच कर गेट खुलवाया, जिस पर मामला शांत हुआ।
लाइब्रेरी क्षेत्र में ईएसआई अस्पताल को जाने वाले मार्ग पर ईशांत गुप्ता व पदमा गुप्ता व उनके परिवार ने सार्वजनिक रोड पर कब्जा कर गेट लगा कर स्थानीय निवासियों के लिए रास्ता बंद कर दिया, जिस पर स्थानीय निवासी जमन सिंह ने एसडीएम सहित कोतवाल, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका व अधिशासी अभियंता एमडीडीए को भी शिकायत की है। शिकायत के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंच कर रोड पर लगे गेट को खुला रखने का निर्देश दिया व भवन स्वामी से कागज दिखाने के बाद आगे की कार्रवाई करने का भरोसा दिया, जिस पर मामला शांत हुआ।
स्थानीय निवासी जमन सिंह ने बताया कि उन्होंने एसडीएम सहित संबंधित अधिकारियों को शिकायत की है। उन्होंने शिकायत में कहा है कि यह सड़क गत चालीस वर्षों से क्षेत्र में रहने वाले लोग उपयोग करते आ रहे हैं। यह सार्वजनिक रोड है और यह जमीन राजमाता टिहरी ने दान की है। लेकिन इन्होंने गेट लगा कर सड़क बंद कर दिया है, हालांकि जांच तक पुलिस द्वारा गेट खुला रखने को कहा गया है।
भवन स्वामी ईशांत गुप्ता ने कहा कि यह मकान उनके पास 11 साल से है जिसे मरम्मत कर बनाया गया है वहीं लोग इस पर कब्जा करना चाहते हैं। मेरे पास जमीन के पूरे कागज है। अगर किसी के पास कागज हैं तो हम गेट को हटा देंगे।
इस मौके पर विजय रमोला ने कहा कि यह सार्वजनिक रोड है। यहां पर गांधी नेत्र चिकित्सालय था, जो अब ईएसआई का अस्पताल है व लोग यहां पर गाडी लेकर आते थे, लेकिन यहां पर जिसने संपत्ति खरीदी है उसने गेट लगा कर रोड बंद कर दिया। जबकि सार्वजनिक मार्ग को कोई बंद नहीं कर सकता है। यह भूमि राजमाता टिहरी ने नगर पालिका को 1960 में दान की थी। उन्होंने कहा कि इस संबंध में एसडीएम से मिला जायेगा व दोनो पक्ष कागज दिखायेंगे तब तक गेट नहीं लगाया जायेगा। इस मौके पर मेघ सिंह कंडारी, सूर्यमणि झिल्डियाल सहित स्थानीय निवासी व पुलिस मौजूद रही।