July 27, 2024

ज्‍यादा तनाव के कारण हो सकता है डाइजेशन खराब, अपच की समस्या से ऐसे बचें

शरीर को स्‍वस्‍थ्‍य रखने के ल‍िए पोषक तत्‍वों की जरूरत होती है। हमारे शरीर को डाइट की मदद से पोषक तत्‍व म‍िलते हैं। लेक‍िन पाचन तंत्र ठीक नहीं है या खाना ठीक ढंग से न पच पाने के कारण शरीर को जरूरी व‍िटाम‍िन्‍स और म‍िनरल्‍स नहीं म‍िल पाते। खाना ठीक ढंग से न पच पाने की स्‍थ‍ित‍ि को अपच या इंडाइजेशन (Indigestion) कहते हैं। अपच होने पर पेट में ऐंठन, पेट दर्द, गैस की समस्‍या, थकान आद‍ि लक्षण नजर आ सकते हैं। जो लोग ज्‍यादा म‍िर्च-मसाले वाला भोजन खाते हैं, उन्‍हें भी अपच की समस्‍या हो जाती है। अपच के कारण शरीर बीमार हो जाता है। रोग प्रत‍िरोधक क्षमता भी घट सकती है। अपच होने पर खाने के ठीक बाद पेट में भारीपन महसूस होने लगता है। पेट में जलन, उल्‍टी, मतली होना भी अपच के लक्षण हो सकते हैं। इस समस्‍याओं से बचने के ल‍िए जरूरी ये है क‍ि आप सुन‍िश्‍च‍ित करें क‍ि खाना ठीक ढंग से पच गया है। इस लेख में हम कुछ आसान ट‍िप्‍स बताएंगे ज‍िनकी मदद से आप डाइजेशन को बेहतर करके अपच की समस्‍या से बच सकते हैं। 

1. फाइबर का सेवन करें

अच्‍छे डाइजेशन के ल‍िए फाइबर का सेवन फायदेमंद माना जाता है। सॉल्‍यूबल फाइबर जैसे ओट्स, होल ग्रेन्‍स, नट्स और सीड्स का सेवन करना चाह‍िए। अपनी डाइट में ताजे फल और सब्‍ज‍ियों को शाम‍िल करें। पुरुषों को द‍िनभर में करीब 38 ग्राम फाइबर की जरूरत होती है और महि‍लाओं को करीब 25 ग्राम फाइबर की जरूरत होती है। सीम‍ित फाइबर का सेवन ही फायदेमंद होता है। हाई फाइबर डाइट से भी इंडाइजेशन की समस्‍या हो सकती है।

2. तनाव घटाएं

ज्‍यादा तनाव के कारण डाइजेशन खराब हो सकता है। स्‍ट्रेस हार्मोन, डाइजेशन पर सीधा असर डालता है। तनाव घटाने के ल‍िए मेड‍िटेशन की मदद ले सकते हैं। तनाव घटाने के ल‍िए डीप ब्रीद‍िंग एक्‍सरसाइज कर सकते हैं। डीप ब्रीद‍िंग एक्‍सरसाइज करने के ल‍िए शांत जगह चुनें। हर द‍िन 15 से 20 म‍िनट डीप ब्रीद‍िंग एक्‍सरसाइज करें। इससे डाइजेशन भी बेहतर होगा।

3. पानी की कमी से बचें

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पानी की कमी से बचने के ल‍िए हर्बल टी का सेवन करें। ज्‍यादा चाय या कॉफी का सेवन न करें। इससे तबीयत ब‍िगड़ सकती है और अपच की समस्‍या हो सकती है। अपनी डाइट में खीरा, ककड़ी, संतरा आद‍ि शाम‍िल करें ज‍िसमें वॉटर कंटेंट ज्‍यादा होता है। अगर शरीर में पानी की कमी है, तो कब्‍ज की समस्‍या हो सकती है। इससे बचने के ल‍िए हर द‍िन 7 से 8 लीटर पानी का सेवन करें।

4. कसरत का साथ न छोड़ें

अच्‍छे डाइजेशन के ल‍िए कसरत करना जरूरी है। कई शोध में ये बताया गया है क‍ि कसरत की मदद से इंंडाइजेशन की समस्‍या से बचा जा सकता है। हर हैवी मील के बाद आपको 15 म‍िनट वॉक करना चाह‍िए। बच्‍चे को भी दूध प‍िलाने के बाद गोद में लेकर डकार द‍िलवाते हैं, ताक‍ि उसे कब्‍ज या अपच की समस्‍या न हो। डाइजेशन को बेहतर रखने के ल‍िए फ‍िज‍िकल मूवमेंट जरूरी है। हर द‍िन 40 से 50 म‍िनट वॉक करके पाचन तंत्र मजबूत कर सकते हैं।

5. पोर्शन साइज कम करें

अपच की समस्‍या से बचने के ल‍िए एक साथ ज्‍यादा खाना न खाएं। अपनी थाली का पोर्शन साइज कम करें। एक साथ ज्‍यादा खा लेने से खाना ठीक ढंग से पच नहीं पाता। लोग द‍िन में 3 बार पेट भरकर खा लेते हैं और उनका पाचन तंत्र ब‍िगड़ जाता है। पाचन तंत्र को बेहतर बनाने के ल‍िए 3 की जगह 5 छोटे मील्‍स का सेवन कर सकते हैं। रात का भोजन भी सोने से 4 से 5 घंटे पहले कर लें ताक‍ि खाना ठीक ढंग से पच सके।

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