डीएफओ अमित कंवर ने कहा- जनसहभागिता से प्राइवेट फारेस्ट मैनेजमेंट पर प्राथमिकता से करेंगे कार्य
मसूरी। मसूरी वन प्रभाग में कार्यभार संभालते ही प्रभागीय वन अधिकारी (DFO) अमित कंवर ने पत्रकारों से बातचीत में स्पष्ट किया कि वे जनता और वन विभाग के बीच की दूरी को प्राथमिकता से लेकर कम करने का प्रयास करेंगे।
पत्रकारों से बातचीत में डीएफओ अमित कंवर ने कहा कि मसूरी में प्राइवेट फारेस्ट अधिक है, इसलिए प्राइवेट फारेस्ट मैनेजमेंट पर अधिक फोकस किया जायेगा क्योंकि यह सीधे जनता से जुड़ा मसला है। उन्होंने कहा कि वन विभाग व जनता के बीच बढ़ती दूरी को कम करने का प्रयास किया जायेगा, ताकि वह जनता से सीधे जुड़ सके व उनकी सहभागिता पर विशेष ध्यान दिया जा सके। उन्होंने कहा कि जनता के सहयोग से ही वनाग्नि को रोकने में भी मदद मिलती है। वहीं उन्होंने कहा कि मसूरी हिल स्टेशन है, यहां पर पानी की समस्या रहती है। उस दिशा में वाटर कंजरवेशन का कार्य प्राथमिकता से किया जायेगा। वहीं कहा कि यहां पर कैट प्लान के तहत कैचमैंंट एरिया के ट्रीटमेंट का कार्य करेंगे, ताकि पानी के स्रोत को रिचार्ज किया जा सके। इसके साथ ही अन्य गतिविधियों पर भी कार्य किया जायेगा।
उन्होंने यह भी कहा कि लगातार मानव वन्यजीव संघर्ष बढ रहा है, इस चुनौती से तकनीक के प्रयोग व जन सहभागिता से निपटा जाएगा। साथ ही कहा कि जनता की ओर से जो शिकायत आयेगी, उसे प्राथमिकता से दूर करने का प्रयास किया जायेगा। उन्होंने यह भी कहा कि पहाड़ी क्षेत्र होने के नाते यहां पर निर्माण कार्य का मलवा पहाडियों से नीचे डाला जाता है, जिसके लिए सरकारी जमीन पर डंपिग जोन बनाने का प्रयास किया जायेगा। इसके लिए नगर पालिका व नगर प्रशासन के साथ वार्ता कर स्थान चयनित किया जायेगा। वहीं बाद में उसी स्थान को विकसित कर उसका प्रयोग ईको टूरिज्म व अन्य टूरिज्म के रूप में किया जायेगा। वहीं उन्होंने स्पष्ट रूप से चेतावनी भी दी है कि जो अवैध रूप से मलवा पहाडियों पर डालेंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।