September 19, 2024

एसडीएम ने झील के समीप स्थित स्रोत से पानी के दोहन को लेकर अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों के साथ की बैठक

मसूरी। उपजिलाधिकारी मसूरी ने झील के समीप स्थित स्रोत से पानी के दोहन को लेकर आयोजित बैठक में उत्तराखंड जल संस्थान और स्थानीय लोगों के साथ विचार विमर्श किया गया। बैठक में मसूरी झील से पानी की सप्लाई को लेकर भी चर्चा की गई।

बैठक के बाद उपजिलाधिकारी नंदन कुमार ने बताया कि एनजीटी में दायर याचिका के बाद झील के समीप स्रोत से पानी का दोहन बंद कर दिया गया था। लेकिन स्थानीय लोगों की मांग के बाद उसकी गुणवत्ता और उसके उपयोग को लेकर स्थानीय लोगों और उत्तराखंड जल संस्थान के अधिकारियों के साथ वार्ता की गई है। जिसमें निर्णय लिया गया है कि पानी की गुणवत्ता की जांच के बाद उसका उपयोग किया जाएगा। साथ ही पानी के प्राकृतिक स्रोत से किसी प्रकार की छेड़खानी नहीं की जाएगी।

इस अवसर पर उत्तराखंड जल संस्थान के सहायक अभियंता टीएस रावत ने कहा कि पर्यटन सीजन में मसूरी में पानी की बहुत किल्लत हो जाती है। इसको लेकर रात्रि के समय टैंकरों द्वारा पानी की सप्लाई करने के लिए अनुरोध किया गया है, ताकि पानी की कमी ना हो जिस पर सहमति व्यक्त की गई।

झील स्थित धोबीघाट के स्थानीय नागरिक मोहम्मद रिजवान ने बताया कि 1998 में धोबी घाट जल परियोजना शुरू की गई थी, लेकिन उसके बाद टैंकरों से पानी की सप्लाई शुरू हो गई। इससे धोबी घाट में रहने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक जल स्रोत से किसी प्रकार की छेड़खानी नही की जाए।

बैठक में पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता, पूर्व पालिकाध्यक्ष ओपी उनियाल, मनमोहन सिंह मल्ल, उत्तराखंड होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष संदीप साहनी सहित अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।

About Author

Please share us

Today’s Breaking