विंटरलाइन कार्निवाल के अंतिम दिन सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रही धूम, पर्यटकों व स्थानीय नागरिकों ने लिया आनंद
मसूरी। विंटर लाइन कार्निवाल के अंतिम दिन गांधी चौक, लंढौर व शहीद स्थल पर दिनभर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रही। इस दौरान पर्यटको व स्थानीय नागरिको ने गढ़वाली, जौनसारी व हिंदी गीतों पर जमकर नृत्य किया।
अंतिम दिन विंटरलाइन कार्निवाल की शुरूआत सिस्टर बाजार से चार दुकान तक ट्रैकिंग व बर्ड वाॅचिंग के साथ हुई, जिसमें पर्यटकों ने प्रकृति व विभिन्न प्रजाति की पक्षियों की मधुर आवाज का आनंद लिया। वहीं जार्ज एवरेस्ट में कार्टोग्राफी म्युजियम में भारत के सर्वे जनरल जार्ज एवरेस्ट के सर्वे के कार्याे को देखा। उधर गांधी चौक पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का शुभारंभ वुमेनिया बैंड की प्रस्तुति के साथ हुआ। जिसमें बैंड के कलाकारों ने हिंदी व गढवाली गीत सुनाकर दर्शकों को नृत्य करने पर मजूबर किया। इसके बाद जौनसारी लोक गायक मनोज सागर ने अपनी प्रस्तुति से श्रोताओं को थिरकने पर मजबूर किया। उन्होंने एक से बढकर एक गीत गाए व नृत्य टीम ने नृत्य कर पर्यटको को उत्तराखंड की संस्कृति से रूबरू करवाया। इस दौरान लोगों ने जमकर नृत्य किया। इस मौके पर लोक गायक मनोज सागर ने कहा कि विंटर लाइन कार्निवाल के तहत उन्होंने जौनसार के लोक गीतों को सुनाकर पर्यटकों को इस क्षेत्र की संस्कृति से रूबरू किया। इसके बाद गांधी चौक का मंच आम लोगों को समर्पित किया गया व लोगों ने स्वयं अपनी आवाज से गाने गाये व नृत्य किए।
इधर शहीद स्थल पर भी अलग अलग सांस्कृतिक टीमों ने लोक संस्कृति की छंटा बिखेरी। जहां सोनल मुयाल ग्रुप ने गढवाली गीतों की प्रस्तुति दी, वहीं गढवाल सभा ने भी लोक गीतों व झुमैलों नृत्य की प्रस्तुति दी। इस मौके पर गढवाल सभा की नमिता कुमाई ने कहा कि हमारा प्रयास अपनी संस्कृति को संरक्षित करने का रहता है, इसके तहत हम अपने पहनावे के साथ अपनी संस्कृति का प्रदर्शन कर प्रचार प्रसार करते हैं। इसके बाद प्रदीप भंडारी एवं ग्रुप ने जीतू बग्डवाल भरना नृत्य नाटिका की मनमोहक प्रस्तुति दी। इस मौके पर गढवाली फिल्म निर्देशक प्रदीप भंडारी ने कहा कि जीतू बग्डवाल भरणा एक पौराणिक अमर प्रेम गाथा की कहानी है जिसमें जीतू को आछरियां उनकी बांसुरी की मधुर धुन से आकर्षित होकर हर लेती है।
दूसरी ओर विंटर लाइन कार्निवाल के तहत गढवाल टैरेस पर प्रदर्शनी लगाई गई, जिसमें विभिन्न स्टाल लगाये गये जिसमें कपड़ों सहित खाने पीने के स्टाल व यहां के उत्पाद रखे गये थे। प्रदर्शनी में बड़ी संख्या में पर्यटकों व स्थानीय नागरिकों ने जमकर खरीदारी की।
वहीं देहराूदन से मसूरी साइकिल रैली का आयोजन भी किया गया जिसमें बड़ी संख्या में देहरादून से मसूरी साइकिल सवार आये व मालरोड होते हुए वापस हो गये। वहीं देहराूदन से हार्लेडेविरसन बाइक रैली भी मसूरी पहुंची व मालरोड होते हुए वापस हो गये।
शहीद स्थल पर विंटर लाइन कार्निवाल का समापन जिलाधिकारी सोनिका सिंह ने किया। वहीं इस मौके पर विभिन्न सहयोगी संस्थाओं को स्मृति चिन्ह भेंट किए गये। वहीं स्केटिग रेस के पुरस्कार भी वितरित किए गये।
इस मौके पर जिलाधिकारी सोनिका ने कहा कि 27 दिसंबर से कार्निवाल शुरू किया गया, जिसका आज समापन हो रहा है। पूरा कार्निवाल सफल रहा व इसकी सराहना की गई। पर्यटकों ने उत्तराखंड की संस्कृति का जमकर आनंद लिया व बडी संख्या में पर्यटक आये। वहीं पर्यटकों ने फूड फेस्टिवल का भी खूब आनंद लिया व उत्तराखंड के उत्पादों और व्यंजनों के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि प्रशासन की कोशिश होगी कि भविष्य में और अच्छा आयोजन किया जायेगा। उन्होंने कहा कि इस बार हवाघरों में विभिन्न बैंड का आयोजन किया गया व पर्यटकों को मंच दिया गया, जिसमे उन्होंने प्रतिभाग किया व इसका पूरा आनंद लिया। भविष्य में प्रयास रहेगा कि इस तरह की गतिविधियां लगातार होनी चाहिए, ताकि पर्यटक मसूरी आये व यहां का पूरा आनंद ले सके।
पांडवाज बैंड व यूके रैपर गायकों ने बिखेरा जलवा
टाउन हॉल में आयोजित अंतिम स्टार नाइट में पांडवाज बैंड ने अपनी मनमोहक प्रस्तुति से स्रोताओं को आनंदित किया। वहीं एक से एक बढकर गीत गाये। वहीं इसके बाद यूूके रैपर ब्वाइज ने अपने गीतों से स्रोताओं को नाचने पर मजबूर किया। यूके रैपर गायकों ने एक से बढ कर एक गढवाली रैप गीत गाये व जहां युवाओं ने जमकर नृत्य किया।
इस मौके पर मुख्य अतिथि आईटीबीपी अकादमी के निदेशक आईजी पीएस डंगवाल, एसडीएम डा. दीपक सैनी, तहसीलदार विनोद तिवाड़ी सहित बड़ी संख्या में दर्शक मौजूद रहे।