February 10, 2025

वीक एंड पर पर्यटन नगरी मसूरी जाम से हुई हलकान, चौतरफा यातायात व्यवस्था रही ठप्प

Screenshot_20241014_131714_Gmail

मसूरी। पर्यटन नगरी मसूरी में वीकएंड व दशहरा पर्व की छुट्टी पर बड़ी संख्या में पर्यटक उमड़ पड़े। जिस कारण एक बार फिर पर्यटकों को हर तरफ जाम से जूझना पड़ा। हालत ऐसे थे कि पुलिस प्रशासन की यातायात व्यवस्था भी पूरी तरह चरमरा गई। 

पर्यटन नगरी में वीक एंड पर बडी संख्या में पर्यटकों ने मसूरी का रूख किया तो मसूरी में भारी भीड़ होने की वजह से चारों तरफ वाहनों की लंबी लंबी कतारें लगी रही। हालात यह थे कि लाइब्रेरी किक्र्रेग मार्ग पर तो हमेशा की तरह दो किमी से लंबा जाम लगा रहा। वहीं माल रोड पर भी एक किमी से अधिक का जाम देखने को मिला। यहीं हाल अन्य स्थानों पर भी रहा व देर रात तक पर्यटक जाम से जूझते रहे।

यह भी पढ़ें: बुराई पर सच्चाई की जीत का पर्व दशहरा धूमधाम से मनाया

इस बार लंढौर क्षेत्र, मलिंगार, छावनी क्षेत्र, पिक्चर पैलेस से लंढौर रोड, पिक्चर पैलेस लंढौर रोड, अकादमी रोड, मोती लाल नेहरू मार्ग, कैमल बैक रोड सहित अन्य संपर्क मार्गों पर भी पर्यटको सहित स्थानीय लोगों को घंटों जाम से जूझना पड़ा। वहीं मालरोड के अंदर भी कई जगह जाम लगा रहा। जाम लगने से पर्यटकों सहित स्थानीय लोगों को भी परेशान होना पड़ा। हाल यह थे कि पैदल चलना भी दूभर हो गया। राहगीरों को भी वाहनों के बीच में खड़ा होने को मजबूर होना पड़ा व जैसे जैसे वाहन रेंगते रहे पैदल चलने वालों को भी रेंगना पड़ा। इस दौरान लोग पुलिस की कमी व प्रशासन की लचर व्यवस्था पर भी सवाल खड़े करते दिखे।

यह भी पढ़ें: व्यापार संघ द्वारा आयोजित दशहरे मेले में विक्की चौहान के गीतों पर खूब झूमे पर्यटक

वहीं मसूरी एक कार्यक्रम में प्रस्तुति देने आये हिमाचल के लोक गायक विक्की चौहान ने तो इस बात का जिक्र मंच से किया व कहा कि 24 सालों में मसूरी में पहली बार इतना बड़ा जाम देखने को मिला व उन्हें खुद दो किमी पैदल जाना पड़ा। वहीं दिल्ली से आये पर्यटक ने कहा कि वह वीक एंड व दशहरे के अवकाश में मसूरी बच्चों के साथ घूमने आये लेकिन पूरा दिन जाम में ही गुजर गया। जिसके कारण उन्हें व बच्चों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा। उन्होंने प्रशासन व पुलिस व्यवस्था को इसका दोषी ठहराया व कहा कि जब प्रशासन व पुलिस को पता रहता है कि कब अधिक पर्यटक आते है तो उसी हिसाब से व्यवस्था करनी चाहिए। इसका खामियाजा पर्यटकों को भुगतना पड़ता है। अगर ऐसी स्थिति रही तो यहां दुबारा कोई नहीं आयेगा व मसूरी की बदनामी होगी।

About Author

Please share us

Today’s Breaking