संविधान निर्माता बाबा साहेब डाॅ. भीमराव अंबेडकर को उनकी जयंती पर याद किया
मसूरी। आज देश भारत रत्न बाबा साहेब डाॅ. भीमराव अंबेडकर की जयंती मना रहा है। डाॅ. अंबेडकर को भारतीय संविधान निर्माता के तौर पर जाना जाता है। उनकी भूमिका संविधान निर्माण में तो अतुल्य थी ही, साथ ही दलित समाज के उत्थान में भी महत्वपूर्ण रही। इस अवसर पर हर वर्ष की भांति दलित साहित्य अकादमी द्वारा आयोजित कार्यक्रम में विभिन्न सामाजिक राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों ने उनकी प्रतिमा पर मार्ल्यापण कर उन्हें याद किया और उनके विचारों पर प्रकाश डाला।
अंबेडकर चौक पर दलित साहित्य अकादमी के तत्वाधान में आयोजित कार्यक्रम में बड़ी संख्या में विभिन्न राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया व डा. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर मार्ल्यापण कर उन्हें याद किया। इस मौके पर वक्ताओं ने डा. भीमराव अंबेडकर के जीवन पर प्रकाश डाला व कहा कि उन्होंने समाज के दबे कुचले लोगों को समानता का अधिकार दिलाने के लिए जीवन पर्यंत कार्य किया। वक्ताओं ने कहा कि अंबेडकर ने आजादी के बाद भारत के संविधान निर्माण में अहम भूमिका निभाई व उनके नेतृत्व में ऐसा संविधान बना जो विश्व का सबसे अच्छा संविधान है व जिसमें सभी के अधिकारों व कर्तव्यों का ख्याल रखा गया व समाज के कमजोर वर्ग को उठाने का प्रयास किया।
इस मौके पर इस मौके पर दलित साहित्य अकादमी के अध्यक्ष सुनील सोनकर ने कहा कि बाबा भीमराव अंबेडकर ने पूरा जीवन कमजोर समाज के उत्थान के लिए लगाया। उन्होंने कहा कि भीमराव अंबेडकर सामाजिक विषमता को खत्म करने को लगातार प्रयत्नशील रहे। वे महान व्यक्ति के साथ ही समाज सुधारक भी रहे। उनसे प्रेरणा लेकर उनके बताये मार्ग पर चलकर ही देश को विकास के पथ पर आगे बढाया जा सकता है।
इस मौके पर पूर्व पालिकाध्यक्ष ओपी उनियाल, मदन मोहन शर्मा, शहर कांग्रेस अध्यक्ष अमित गुप्ता, महिला कांग्रेस अध्यक्ष जसबीर कौर, व्यापार संघ अध्यक्ष रजत अग्रवाल, आर्यनदेव उनियाल, आम आदमी पार्टी के जिला प्रवक्ता जय प्रकाश राणा, राजीव अग्रवाल, गुड मोहन राणा, जगजीत कुकरेजा, अतुल अग्रवाल, अरविंद सोनकर, दर्शन रावत, अवतार कुकरेजा, राजेश मल्ल, आदि मौजूद रहे।