जब तक जीवन में त्याग नहीं आता तब तक परमात्मा की प्राप्ति नहीं हो सकती: आचार्य कपिल देव शास्त्री
मसूरी। राधाकृष्ण मंदिर में अजय उनियाल स्मृति न्यास के तत्वाधान में आयोजित श्रीमद भागवत कथा के चौथे दिन व्यास आचार्य कपिल देव शास्त्री ने भरत आख्यान की कथा का वर्णन करते हुए कहा कि जब तक जीवन में त्याग नहीं आता तब तक परमात्मा की प्राप्ति नहीं हो सकती। इसलिए हमें सदा प्रभु का भजन व स्मरण करते रहना चाहिए।
राधाकृष्ण मंदिर में सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालुओं की मौजूदगी में श्रीमद भागवत कथा को सुनाते हुए कहाकि कलयुग में भगवान के नाम पर आश्रय लेने वाला सहजता से भव सागर पार कर सकता है। भरत राज जिस तरह राजा रहुगण को ब्रहम ज्ञान का दान कर उनका उद्धार किया उसी तरह सभी को प्रभु की शरण में जाना चाहिए। उन्होंने गंगा अवतरण की कथा एवं अजामिल उपाख्यान का वर्णन व दक्ष कन्याओं का वर्ण कर भगवान के नाम की महिमा का वर्णन कर श्रद्धालुओं को ज्ञान दिया। इस मौके पर मुधर भजनों ने श्रोताओं को थिरकने पर मजबूर किया व पूरा पंडाल भक्ति रस में डूब गया।
इस मौके पर बाल व्यास अर्जित नारायण, आचार्य सुनील नौटियाल, आचार्य मस्तराम नौटियाल, संदीप जोशी, शेखर सेमवाल, निखिल बहुगुणा, अनिल नौटियाल, अनिल गोदियाल, नागेद्र उनियाल, देवेंद्र उनियाल, पालिका सभासद सरिता देवी, लक्ष्मी उनियाल नरेद्र पडियार, विरेंद्र डोभाल, विनोद कंडारी, कुशाल राणा, बिजेंद्र, प्रमिला नेगी, रजनी गोदियाल आदि मौजूद रहे।