October 15, 2024

Uttarakhand Update: “जब तक सूरज चांद रहेगा, बलूनी तेरा नाम रहेगा” नारों के बीच हुआ अंतिम संस्कार

हरिद्वार/देहरादून: वरिष्ठ राज्य आन्दोलनकारी तथा उत्तराखण्ड महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष सुशीला बलूनी का अन्तिम संस्कार बुधवार को खड़खड़ी शमशान घाट पर ‘‘जब तक सूरज चांद रहेगा, बलूनी तेरा नाम रहेगा‘‘, के बीच किया गया।सुशीला बलूनी के पार्थिव शरीर को मुखाग्नि उनके सुपुत्रों विनय बलूनी, संजय बलूनी तथा विजय बलूनी ने दी।

इससे पहले मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी सुशीला बलूनी के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। उन्होंने डोभालवाला स्थित आवास पर जाकर उनके पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की शांति एवं शोक संतप्त परिजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की। मुख्यमंत्री ने कहा कि पृथक उत्तराखण्ड के निर्माण में स्व सुशीला बलूनी के योगदान को सदैव याद रखा जायेगा। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी ने भी स्व सुशीला बलूनी को श्रद्धांजलि दी।

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वहीं उत्तराखंड कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष करण महारा ने भी स्व सुशीला बलूनी के निधन पर गहरा शोक प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि सुशीला बलूनी  का राज्य आंदोलन में अविस्मरणीय योगदान है राज्य आंदोलन में एक मुखर एवं संघर्षशील योद्धा के तौर पर उन्होंने प्रतिभाग किया एवं आजीवन उत्तराखंड के विकास के लिए चिंतित एवं संघर्षशील रही उनका यूं ही हम सब को छोड़कर चले जाने पर स्तब्ध है। आजीवन महिलाओं और आम उत्तराखंड वासियों के लिए उनका संघर्ष हमेशा याद किया जाएगा।

उल्लेखनीय है कि लम्बे समय से अस्वस्थ चल रही सुशीला बलूनी ने विगत 09 मई,2023 की शाम को देहरादून के मैक्स अस्पताल में अन्तिम सांस ली। उन्हें श्रद्धांजलि देने वालों में विधायक हरिद्वार मदन कौशिक, अपर जिलाधिकारी(प्रशासन) पी0एल0 शाह, एसडीएम पूरण सिंह राणा, विकास तिवारी, रविन्द्र जुगरान, भावना पाण्डे, त्रिलोचन भट्ट, हर्ष प्रकाश काला, सतीश जोशी, मुकेश जोशी, प्रमोद डोभाल, प्रेम पंचोली, त्रिवेन्द्र सिंह पंवार सहित बड़ी संख्या में राज्य आन्दोलनकारी तथा जनता जनार्दन आदि मौजूद थे।

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