गत दिवस हुई दुर्घटना में मृतक डंपर चालक के परिजनों को मुआवजा देने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन, शहर कांग्रेस ने दिया ज्ञापन
मसूरी। मालरोड के सुधारीकरण कार्य में लगे डंपर के गत दिवस दुर्घटनाग्रस्त होने से उसके चालक रघुवीर सिंह रावत निवासी घंडियाला की मृत्यु हो गई थी। जिसके बाद मृतक के शव का उप जिला चिकित्सालय के मोचर्री में पोस्ट मार्टम किया गया। पोस्टमार्टम होने के बाद ग्रामीणों ने लोक निर्माण विभाग व प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन कर मुआवजे की मांग की व मुआवजा न देने पर रोड जाम करने की चेतावनी दी। जिस पर करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद मृतक के परिजनों को पांच लाख नकद व 15 लाख रूपये किश्तों में देने के लिखित पत्र के बाद शव को अंतिम संस्कार के लिए गांव ले जाया गया व वहां से यमुना नदी में अंतिम संस्कार किया गया।
मालरोड पर सुधारीकरण कार्य में लगे डंपर के दुर्घटनाग्रस्त होने से डंपर चालक की मौत हो गई थी जिसका मोर्चरी में पोस्ट मार्टम किया गया। लेकिन ग्रामीणों ने मृतक के परिवार को मुआवजा देने की मांग की व शव के साथ एनएच 707ए पर प्रदर्शन किया व चेतावनी दी कि यदि मृतक को मुआवजा न दिया गया व उसके परिवार से एक को नौकरी न दी गई तो हाइवे जाम कर देंगे। जिस पर प्रशासन, लोक निर्माण विभाग के अधिकारी व पुलिस मौके पर पहुंची व ग्रामीणों के साथ वार्ता की। तीन घंटे की लंबी बातचीत के बाद अंत में मृतक के परिजनों को पांच लाख नकद देने, व 15 लाख किश्तों में देने के साथ की उनकी पत्नी को संविदा पर नौकरी देने की लिखित सहमति देने के बाद मृतक के शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया गया।
सहमति पत्र में लिखा गया है कि इस राशि में पांच लाख अन्य विभाग के सहयोग से दिया जायेगा। सहमति पत्र पर लोनिवि के सहायक अभियंता राजेंद्र पाल के हस्ताक्षर करवाये गये। इस संबंध में एसडीएम नंदन कुमार ने बताया कि ग्रामीणों व लोक निर्माण विभाग के बीच सहमति बनी है कि पांच लाख फौरी तौर पर दिए जायेगे व बाकी 15 लाख किश्तों पर देने पर सहमति बनी है। वहीं आश्रित के परिजनों में एक को ठेका प्रथा पर लोक निर्माण विभाग रखेगा व आगे सरकारी नौकरी की संभावनाओं पर भी विचार किया जायेगा। उन्होंने कहा कि सहमति पत्र लिखित में लोक निर्माण विभाग के एक्शन व सहायक अभियंता के हस्ताक्षर से एसडीएम व सीओ के सामने बना है, जिसमें विभाग की जिम्मेदारी होगी।
इस मौके पर लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता प्रवीण कुश ने बताया कि ग्रामीणों व ठेकेदार के बीच सहमति बनी है जिसमें ठेकेदार ने पांच लाख का नकद मुआवजा दिया है। बाकी 15 लाख पांच किश्तों में दिए जायेंगे। वहीं एक को ठेकेदार नौकरी देगा व इसके अलावा इंश्योरेंस का पैसा अलग मिलेगा। इसमें विभाग का कुछ नहीं है। साइड पर अगर कोई दुर्घटना होती है तो उसके लिए ठेकेदार की जिम्मेदारी बनती है और इसके लिए ठेकेदार की सहमति ली गई है।
इस मौके पर कोतवाल शंकर सिंह बिष्ट, नायत तहसीलदार सहित पूर्व पालिकाध्यक्ष मनमोहन िंसंह मल्ल, पालिका सभासद जसबीर कौर, सरिता पंवार, कुलदीप रौंछेला, दर्शन रावत, ग्राम प्रधान बंग्लों कांडी सुंदर सिंह रावत, घंडियाला के प्रधान श्रीपाल रावत, जिला पंचायत सदस्य कविता रौंछेला, हुकम रावत, रितेश रावत, सहित बड़ी संख्या में गा्रमीण व जनप्रतिनिधि मौजूद रहे।
शहर कांग्रेस ने भी की मुआवजे की मांग, एसडीएम को दिया ज्ञापन
दूसरी ओर शहर कांग्रेस ने भी एसडीएम को ज्ञापन देकर मालरोड पर हुए दर्दनाक हादसे में मृतक चालक के परिवार को मुआवजा देने की मांग की है। वहीं ज्ञापन में मांग की गई कि मालरोड सुधारीकरण में सभी विभाग अपनी जिम्मेदारी तय कर कार्य को तीव्र गति से पूरा करें। ठेकेदार वीके अग्रवाल से मृतक के आश्रित परिवार को मुआवजा दिलाया जाय। एक आश्रित को लोक निर्माण विभाग में नौकरी दी जाय। पोस्ट मार्टम हाउस की जीर्ण शीर्ण दशा को सुधारा जाय, जिसमें बिजली, पानी, व सफाई की व्यवस्था की जाय। मालरोड सौदर्यीकरण के कार्य में पर्यटकों व स्थानीय नागरिकों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाय।
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इस संबंध में शहर कांग्रेस के अध्यक्ष अमित गुप्ता ने कहा कि प्रशासन को ज्ञापन दिया गया है कि मालरोड के सुधारीकरण के कार्य में विभागों का तालमेल बनाकर कार्य तीव्र गति से किया जाय व जो मांगे है उन पर गंभीरता से विचार कर समाधान किया जाय। अन्यथा शहर कांग्रेस को मजबूरन धरना प्रदर्शन के लिए बाध्य होना पडेगा।