July 10, 2025

मसूरी: कृषि के क्षेत्र में विपणन के लिए सहकारी समितियों का अहम योगदान: गणेश जोशी

muss 2 (2) (1)

मसूरी। भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ द्वारा मध्य क्षेत्र के राज्यों के लिए सहकारी विकास पर आयोजित सम्मेलन का बतौर मुख्य अतिथि प्रदेश के कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया। सम्मलेन में उत्तराखण्ड सहित मध्य प्रदेश,उत्तर प्रदेश एवं छत्तीसगढ़, मणिपुर सहित विभिन्न राज्यों के अधिकारीगण एवं प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग किया।

भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ द्वारा मध्य क्षेत्र के राज्यों के लिए सहकारी विकास पर आयोजित सम्मेलन को संबोधित करते हुए मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि कृषि के क्षेत्र में विपणन के लिए सहकारी समितियों का अहम योगदान है तथा आज सहकारी समितियों के माध्यम से प्रदेश में स्वयं सहायता समूहों की लाखो बहने लाभ ले रही है। देश में निजी एवं सार्वजनिक क्षेत्रों की बजाय सहकारिता क्षेत्र सर्वोपरि हैं। क्योंकि शायद ही कोई ऐसा सामाजिक क्षेत्र होगा, जहां सहकारिताएँ कार्यरत नहीं हैं। उन्होंने कहा भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ देश की राष्ट्रीय, राज्य और बहु-राज्यीय सहकारी समितियों का प्रतिनिधित्व करती हैं। वर्तमान में 8.5 लाख से अधिक सहकारी समितिया भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ का हिस्सा हैं, जो देश भर के तीस करोड़ से अधिक आबादी के जीवन को स्पर्श करती हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय राष्ट्रीय सहकारी संघ देश में संपूर्ण सहकारी आंदोलन का प्रतिनिधित्व करने वाला शीर्षस्थ संगठन है।

उन्होंने कहा स्वयं सहायता समूह को बढ़ावा देने के लिए एनसीयूआई हाट और इनक्युबेशन केंद्र की भी स्थापना की गई हैं। प्रदेश में ग्राम्य विकास के अधीन भी हमने इसी कर्ज पर रुरल इनक्युबेशन आरबीआई की स्थापना की तरफ कदम बढ़ाये हैं। उन्होंने कहा केन्द्र में नए सहकारिता मंत्रालय के गठन के बाद केन्द्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में देश भर में सहकारिता पर बहुत शानदार कार्य हो रहा है। कहा कि सहकारिता ही एक ऐसा मॉडल है जिसमें धन की शक्ति, बुद्धि की शक्ति और श्रम की शक्ति एक निश्चित उद्देश्य को लेकर एक दिशा में कार्य करती है और प्राप्त लाभांश को बराबर-बराबर बाटती है। मंत्री ने कहा इसी को ध्यान में रखते हुए मध्य जोनल क्षेत्रों के राज्यों हेतु जोनल सम्मेलन का आयोजन मसूरी, उत्तराखंड में किया जा रहा हैं जिसमे सभी हितधारकों से विस्तृत विचार विमर्श किया जाएगा और नीतिगत मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया जाएगा।

मंत्री ने कहा निश्चित ही इस सम्मलेन के माध्यम से जो मंथन निकलकर आएगा, वह सशक्त उत्तराखंड को बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इससे पूर्व वेद प्रकाश ने कार्यक्रम की विस्तार से जानकारी दी।

इस मौके पर अध्यक्ष भारतीय राष्ट्रीय महकारी संघ दिलीप संधणी ने कहा कि सहकारिता पूरे देश को आर्थिक रूप से जोडने का कार्य कर रही है सहकारिता धरातल पर कार्य कर गांव के अंतिम व्यक्ति को जोडने का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि भारत में सहकारिता आंदोलन तेजी से बढ रहा है। देश की बेरोजगारी को कम करने में सहकारिता सबसे बड़ा माध्यम है इसमें युवाओं और महिलाओं को जोडना होगा। उन्होंने कहा कि भारत में पांच स्थान पर सम्मेलन किए जा रहे हैं जिसमें सहकारिता में आ रही समस्याओं, चुनौतियों व उसे आगे बढाने पर चर्चा करेंगे ताकि आर्थिक समृद्धि हो सके।

यह भी पढ़ें: श्रीनगर क्षेत्र के स्कूलों के पुनर्निर्माण को 2 करोड़ स्वीकृत, खिर्सू, पाबौं व थलीसैंण ब्लॉक के स्कूलों का होगा कायाकल्प

इस मौके पर अध्यक्ष अंतर्राष्ट्रीय सहकारी गठबंधन एशिया प्रशांत डा. चन्द्रपाल सिंह यादव ने कहा कि देश में सहकारिता आंदोलन को मजबूत करने के लिए यह सम्मेलन आयोजित किया गया है जिसमें चार राज्यों के प्रतिनिधि शामिल है। ग्रामीण अर्थव्यवसस्था को मजबूत करने के लिए सहकारी आंदोलन अहम भूमिका निभा सकता है।

इस मौके पर अध्यक्ष बिस्कोमान डा० सुनील कुमार सिंह, उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव सहकारिता बीएल मीणा, के. शिवदासन नायर, बिजेन्द्र सिंह, आदित्य चौहान, डा सुधीर महाजन, रेशम फेडरेशन अध्यक्ष अजीत चौधरी, भाजपा मंडल अध्यक्ष राकेश रावत, मोहन पेटवाल, कुशाल राणा सहित कई लोग उपस्थित रहे।

About Author

Please share us

Today’s Breaking

Translate »

You cannot copy content of this page