मानकों के विपरीत संचालित हो रही शराब की दुकानों को लेकर एसडीएम सख्त, कार्रवाही करने के दिए निर्देश
मसूरी। पर्यटन सीजन शुरू होते ही शराब की दुकानों में ओवर रेटिंग कर जमकर लूट खसोट की जा रही है। यही नहीं शहर में अधिकांश वाइन शॉप मानकों कर विपरीत संचालित की जा रही हैं। इससे लोगों में आक्रोश बढ रहा है।
बताया जा रहा है कि कुलड़ी और शहीद भगत सिंह चौक पर अंग्रेजी शराब की दुकाने मानकों को ताक पर रख कर खुली हुई हैं। यही नहीं भगत सिंह चौक स्थित शराब की दुकान सबलेट कर खोली गई है अर्थात नगर पालिका की यह दुकानें पहले से किराए/लीज पर हैं, लेकिन किरायेदार/लीजर द्वारा उसे शराब माफियाओ को किराए पर दे दिया गया है, जो कि पूरी तरह से नियमों के विपरीत है। इसकी शिकायत मिलने पर एसडीएम ने आबकारी निरीक्षक को मामले में तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। वहीं कहा कि शराब की दुकानों का औचक निरीक्षण किया जायेगा।
एसडीएम मसूरी डा. दीपक सैनी ने शराब की दुकानों पर हो रही अनियमितता की शिकायत पर कहा कि आबकारी निरीक्षक को निर्देश दिए गये है कि वह ओवर रेटिंग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे। अगर उसके बाद भी शिकायत आती है तो वह स्वयं औचक निरीक्षण करेंगे।
बता दें शहीद भगत सिंह चौक और कुलड़ी में मंदिर, चर्च, स्कूल व महापुरूषों की प्रतिमाओं के मानकों को ताक पर रखकर लंबे समय से अंग्रेजी शराब की दुकानें संचालित की जा रही हैं। इस पर एसडीएम ने कहा कि एक्साइज विभाग से रिपोर्ट मांगी गई है कि किस आधार पर दुकान दी गई है। यह भी पता लगाया जायेगा कि इस क्षेत्र की दुकान में मानकों में शिथिलिकरण किया गया है या मानकों का उलंघन किया जा रहा है। पालिसी के अनुसार अगर छूट दी गई है तो वह भी लिखकर देंगे। उन्होंने एक्साइज विभाग को भी फोन पर निर्देश दिए कि तत्काल ओवर रेटिंग की शिकायत आने पर कार्रवाई की जाय।
एसडीएम मसूरी भले ही इस मामले में गंभीर नजर आ रहे हों, लेकिन यहां तो “सैंया भए कोतवाल, तब डर कहे का” वाली कहावत चरितार्थ होती है। मतलब जब आबकारी विभाग की शराब माफियाओं से मिलीभगत हो तो कोई क्या ही करें। यदि ऐसा नहीं होता तो आबकारी निरीक्षक शराब की दुकानों पर ओवर रेटिंग व अन्य अनियमितताओं पर सख्त होते। समय समय पर दुकानों का निरीक्षण कर कार्यवाही करते। लेकिन ऐसा नहीं होता है। इसलिए जरूरत है आबकारी विभाग पर नकेल कसने की। अब देखने वाली बात होगी कि एसडीएम मसूरी इस मामले में आगे क्या कार्यवाही करते हैं।