सीटू ने उत्तराखंड जलविद्युत निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक कार्यालय पर किया प्रदर्शन, ज्ञापन सौंपा
देहरादून। सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन्स (सीटू) ने श्रमिको की समस्याओं को लेकर उत्तराखंड जलविद्युत निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक कार्यालय पर प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा।
सीटू से सम्बद्ध संविदा श्रमिक संघ से जुड़े श्रमिक प्रबन्ध निदेशक के कार्यालय पर इकट्ठा हिये व नारेबाजी करते हुए गेट पर पहुँचे। जिसकी सूचना पूर्व में ही देदी गयी थी और अधिशासी अभियंता से वार्ता हुई जिसमें ढकरानी पावर हाऊस मर स्थानीय श्रमिको को निकाल कर बाहरी प्रदेशो के वर्करों को से काम पर रखा जा रहा है जिस कारण श्रमिक पावर हाउस के गेट पर धरने पर बैठ गए उन्हें सभी को वापस कार्य पर रखने की मांग की गई। इसके अलावा श्रमिको को बढ़े हुए रेट का भुगतान करने, डाकपत्थर में सफाई कर्मचारियों को आवास मुहैया कराने, सभी वर्करों को वेतन पर्ची देने, वार्षिक वेतन व्रद्धि करने, रेगुलर नेचर के कार्य पर लगे श्रमिको को रेगुलर कर्मचारी घोषित करने ईपीएफ/ईएसआई लागू करने, श्रमिको के शोषण पर रोक लगाने आदि समस्याओं को लेकर आंदोलन की चेतावनी दी। अधिशासी अभियंता ने सभी मांगों पर कार्यवाही का आश्वासन दिया।
इस अवसर पर सीटू के पदाधिकारी ईपीएफ कार्यालय पहुँचे। वहां भी क्षेत्रीय भविष्यनिधि आयुक्त विश्वजीत सागर के समक्ष शिकायत दर्ज की गई है कि कर्मचारी श्रमिको के प्रतिनिधियों से मिलने में आनाकानी करते है।साथ ही सीटू के प्रतिनिधियों को बोर्ड में रखने हेतु मांग की। उसके पश्चात परिवहन निगम के कर्मचारियों की भविष्य निधि व पेंशन के भुगतान की मांग की। इस पर उन्होंने कार्यवाही का आश्वाशन दिया व श्रमिक प्रतिनिधियों को वार्ता के लिए हर समय उपलब्ध रहने का आश्वासन दिया।
इस अवसर पर सीटू के जिलाध्यक्ष कृष्ण गुनियाल, दयाकिशन पाठक, रामसिंह भंडारी, हरीश कुमार, बलबीर थापा, मदनलाल, संदीप, अर्जुन, आशिफ, आकिब, आरिफ, सोनू, नरेश, धनपत, अमर थापा आदि बड़ी संख्या में श्रमिक उपस्तिथ थे ।