न्याय मिलने में देरी का कारण कानून की जानकारी का अभाव: शमशाद अली
मसूरी। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, देहरादून तथा म्युनिसिपल पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज, मसूरी के संयुक्त तत्वावधान में म्युनिसिपल पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज में विधिक जागरूकता गोष्ठी आयोजित हुई। इसमें मुख्य अतिथि मसूरी के न्यायिक दण्डाधिकारी शमशाद अली ने न्याय के विभिन्न पक्षों पर छात्रों का मार्गदर्शन किया।
गोष्ठी में मुख्य अतिथि मसूरी के न्यायिक दण्डाधिकारी शमशाद अली ने बताया कि न्याय के हित में कई बार कार्यपालिका तथा न्यायपालिका के मध्य टकराव की स्थिति भी उत्पन्न होती रही है। उन्होंने विलंबित न्याय तथा न्यायाधीशों की ईमानदारी पर उठते हुए सवालों के भी उत्तर दिये। उन्होंने आगे कहा कि समय पर न्याय न मिल पाने का कारण लोगों को न्याय की सही जानकारी न होना भी एक बहुत बड़ा कारण होता है।
मसूरी के वरिष्ठ अधिवक्ता मनोज कुमार सैली ने साइबर अपराध के तरीके और उनकी रोकथाम के उपायों पर विस्तार से चर्चा की।
नगर के वरिष्ठ अधिवक्ता रणवीर सिंह ने युवा पीढी में बढता नशा एवं यातायात के नियमों की अनदेखी करने पर चिन्ता जतायी।
नगर के वरिष्ठ अधिवक्ता अरुण कुमार गोयल ने सूचना का अधिकार तथा सेवा के अधिकार से संबंधित अधिनियमों, इनके लाभ तथा इनके उपयोग करने के विषय में विस्तृत मार्गदर्शन किया।
कॉलेज के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. प्रमोद भारतीय सहित कई छात्रों ने प्रश्नों के माध्यम से गोष्ठी में प्रतिभाग किया।
कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर अनिल कुमार ने प्रारंभ में समस्त अतिथियों का स्वागत करते हुए युवाओं में कानून की जानकारी की आवश्यकता पर बल दिया।
गोष्ठी के संयोजक डॉ. सुनील पँवार ने कार्यक्रम में उपस्थित छात्रों, प्राध्यापकों तथा कर्मचारियों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की।
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गोष्ठी में प्राध्यापकों में प्रोफेसर शालिनी गुप्ता, डॉ. वेद प्रकाश जोशी, डॉ. अमिताभ भट्ट, डॉ. गंगा शरण, डॉ. ललित मोहन उपाध्याय, लिपिका काम्बोज, डॉ. शिप्रा शाह, डॉ. नरेन्द्र सिंह, डॉ. नवनीत राजोरिया, नीतू गोयल, नीलम कोठारी, डॉ. दिनेश जैसाली, कार्यालय अधीक्षक डॉ. सतीश उनियाल, छात्रों में सिमरन, आशुतोष जोशी, अनिल खन्ना, मोहन, इत्यादि उपस्थित थे।