February 10, 2025

मसूरी गोलीकांड की 30वीं बरसी: सरकार शहीदों के सपनों को संकल्प के साथ पूरा करने का कर रही प्रयास

Screenshot_20240902_215046_Gallery

मसूरी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलन के लिए अपनी शहादत देने वाले मसूरी गोलीकांड के शहीदों के लिए आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में शिरकत की। उन्होंने शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित करने के पश्चात अपने संबोधन में कहा कि प्रदेश सरकार शहीदों के सपनों को संकल्प के साथ पूरा करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने शहीद स्थल के सौदर्यीकरण करने व शहीद स्थल पर संग्रहालय बनाने का भी आश्वासन दिया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मसूरी गोलीकांड की 30वीं बरसी पर मसूरी शहीद स्थल पहुंचकर शहीदों की प्रतिमाओं व चित्रों पर पुष्प् अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। उनके साथ ही भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भटट व प्रदेश के काबीना मंत्री गणेश जोशी ने भी शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।

इस मौके पर उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों व शहीदों के सपनों को साकार करने का कार्य संकल्प के साथ कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि युवाओं को रोजगार मिले, मातृशक्ति के लिए स्वरोजगार व रोजगार के साधन बढ़ें सरकार इसका प्रयास कर रही है। उनकी सरकार प्रदेश का विकास चहुंमुखी विकास कर रही है।

इस मौके पर उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न को भी श्रद्धांजलि दी, जिन्होंने उत्तराखंड राज्य का निर्माण किया। उन्होंने कहा कि शहीद स्थल के सौदर्यीकरण की गत वर्ष घोषणा की थी, जिसे अब नई तकनीकि से बनाया जायेगा, व संग्रहालय बनाया जायेगा, ताकि नई पीढी को राज्य आंदोलन के इतिहास को जान सके। यह राज्य आसानी से नहीं बलिदानों व संघर्ष के बाद प्राप्त हुआ है। यह दिन स्मरण करवाता है कि इन्ही बलिदानियों के कारण राज्य मिला व उन्होंने अपने वर्तमान को दांव पर लगाकर सर्वोच्च बलिदान दिया। उन्होने कहा कि मसूरी में जिस प्रकार राज्य आंदोलन में पुलिस व तत्कालीन सरकार ने बर्बरता की व एक सितबंर को खटीमा में व दो अक्टूबर को रामपुर तिराहा में आंदोलन कारियों ने बलिदान दिया जो हमेशा काले दिन के रूप में याद किया जाता रहेगा। आज उत्तराखंड अल्प समय में अनेक क्षेत्रों में अग्रणी राज्य बन कर उभरा है। नीति आयोग के सतत विकास के लक्ष्यों की रेंकिग में पूरे देश के राज्यों में पहले स्थान पर आने का गौरव हासिल किया है। प्रधानमंत्री स्वय कहते है कि 21वीं सदी में तीसरा दशक उत्तराखंड का होगा। आने वाले दस वर्षों में उत्तराखंड विकास में सर्वोपरि होगा। उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों को दस प्रतिशत आरक्षण को लागू किया गया। राज्य आंदोलन में महिलाओं की भूमिका के तहत तीस प्रतिशत क्षैतिज आरक्षण लागू किया। पीसीएस परीक्षा में उत्तराखंड के बच्चे निकल रहे है जिससे खुशी होती है।

उन्होंने कहा कि गढवाल सभा के भवन के लिए भूमि उपल्ब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है। इस मौके काबिना मंत्री गणेश जोशी ने मसूरी गोलीकांड के शहीदों को नमन करते हुए कहा कि अगर आंदोलनकारी शहादत नहीं देते तो छोटे राज्य नहीं बनते व हमें सेवा करने का अवसर नही मिलता। उन्होंने कहा कि राज्य का निर्माण पूर्व प्रधानमत्रीं अटल बिहारी बाजपेई ने किया व उसे संवारने का कार्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शहीद स्थल का सौंदर्यीकरण के साथ संग्रहालय बनाया जायेगा।

इस मौके पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भटट ने कहा कि उत्तराखंड राज्य निर्माण में महिलाओं के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। मसूरी के शहीदों ने अपनी शहादत राज्य के लिए दी जिनकी बदौलत राज्य बना। वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री ने क्षैतिज आरक्षण लागू किया यह मुख्यमंत्री व प्रदेश सरकार की राज्य के प्रति भावनाओं को दर्शाता है। कार्यक्रम को पूर्व विधायक जोत सिंह गुनसोला ने भी संबोधित किया। संचालन पूर्व पालिकाध्यक्ष मनमोहन सिंह मल्ल ने किया।

इस मौके पर मुख्यमंत्री ने राज्य आंदोलनकारी सुभाषिनी बर्त्वाल के उपचार के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। वहीं बीना गुनसोला को आश्वास्त किया कि हरि सिंह गुनसोला को चिन्हित किया जायेगा।

राजनैतिक सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने दी शहीदों को श्रद्धांजलि

शहीद स्थल स्मारक समिति के अध्यक्ष भगवान सिंह धनाई, उक्राद नेता त्रिवेंद्र पंवार, पूर्व पालिकाध्यक्ष अनुज गुप्ता, भाजपा मंडल अध्यक्ष राकेश रावत, पूर्व पालिकाध्यक्ष ओपी उनियाल, पूर्व मंडल अध्यक्ष मोहन पेटवाल, राज्य आंदोलकारी मंच के जिलाध्यक्ष प्रदीप कुकरेती, राज्य आंदोलनकारी मंच के अध्यक्ष देवी गोदियाल, महामंत्री पूरण जुयाल, प्रदीप भंडारी, अरविंद सेमवाल, मीरा सकलानी, सुभाषिनी बर्त्वाल, पुष्पा पडियार, मुकेश धनाई, अनीता सक्सेना, रजत अग्रवाल, विजय रमोला, अनिल गोदियाल, दिनेश बडोनी, बीना मल्ल, माधूरी नौटियाल, राजेश्वरी नेगी, विजय बिंदवाल, राजेंद्र रावत व शहीदों के परिजनों सहित मसूरी व देहरादून से आये लोगों ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी।

सर्वधर्म सभा का आयोजन किया

शहीद स्थल पर प्रात दस बजे शहीद स्मारक समिति की ओर से सर्वधर्म सभा का आयोजन किया गया जिसमें मुस्लिम, ईसाई, हिंदू, बौध, सिंख धर्मों के धर्मगुरूओं ने अपनी पद्यति से पाठ किया व शहीदों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की व उसके बाद शहीदों की प्रतिमाओं पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि देने का कार्यक्रम शुरू किया गया। कार्यक्रम का संचालन भगवती प्रसाद सकलानी ने किया।

About Author

Please share us

Today’s Breaking