जम्मू कश्मीर में एक साथ उत्तराखंड के पांच बेटों की शहादत से शोक में डूबा पूरा प्रदेश
देहरादून। उत्तराखंड के लिए मंगलवार का दिन दुखद समाचार लेकर आया। सोमवार को जम्मू-कश्मीर के कठुआ में हुए आतंकी हमले में उत्तराखंड के पांच जवान शहीद हो गए है। एक साथ पांच बेटों की शहादत से पूरे प्रदेश में शोक की लहर है। वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पांचों जांबाजों की मौत पर शोक व्यक्त किया है।
खबरों में मुताबिक सोमवार को जम्मू कश्मीर के कठुआ के बिलावर उपजिले बदनोता के नाले के पास आतंकियों ने सेना के वाहन पर घात लगा कर कायराना हमला किया था। हमले के समय सेना का वाहन इलाके में गश्त पर था। वाहन में 22 गढ़वाल राइफल्स के दस जवान सवार थे। आतंकियों ने पहले ग्रेनेड फेंका और उसके बाद वाहन पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। जिसमें उत्तराखंड के पांच जवानों ने शहादत दिए। बताया जा रहा है कि हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी की बरसी पर सुरक्षाबलों पर हमले के इनपुट पिछले कुछ दिनों से सुरक्षा एजेंसियों को मिल रहे थे। कठुआ जिले में भी हाईअलर्ट था। हाई अलर्ट और हमले के इनपुट के बीच जम्मू-कश्मीर में यह एक महीने में सबसे बड़ा आतंकी हमला है जिसमें उत्तराखंड के पांच जांबाज शहीद हुए हैं।
इस आतंकी हमले में कीर्ति नगर ब्लॉक थाती डागर निवासी राइफलमैन आदर्श नेगी, रुद्रप्रयाग निवासी नायब सूबेदार आनंद सिंह, लैंसडाउन निवासी हवलदार कमल सिंह, टिहरी गढ़वाल निवासी नायक विनोद सिंह और रिखणीखाल निवासी राइफलमैन अनुज नेगी शहीद हुए हैं।
मंगलवार सुबह पहले आदर्श नेगी के कठुआ में शहीद होने की खबर आई तो प्रदेश भर में शोक था। वहीं कुछ ही देर बाद चार अन्य शहीद जवान भी उत्तराखंड के होने की खबर जब आग की तरह फैली तो हर कोई दुख में डूबा नजर आया। एक साथ पांच बेटों को खोने से उत्तराखंड के लोग शोक में हैं।
राइफलमैन आदर्श नेगी के घर में सोमवार देर रात उनकी शहादत की खबर पहुंची तो पूरे गांव में मातम फैल गया। शहीद आदर्श नेगी के परिजनों का रो-रोकर होकर बुरा हाल है। उनके पिता दलबीर सिंह नेगी गांव में ही खेतीबाड़ी का काम करते हैं। आदर्श वर्ष 2018 में गढ़वाल राइफल्स में भर्ती हो गए थे। वह तीन भाई बहनों में सबसे छोटे थे।