वन विभाग को मिली बड़ी सफलता, आदमखोर गुलदार पिंजरे में हुआ कैद
मसूरी। आखिरकार लंबे समय से आतंक का पर्याय बन चुके आदमखोर गुलदार को मसूरी वन प्रभाग के पिंजरे में कैद हो गया है। गुलदार के पकड़े जाने से क्षेत्रवासियों ने राहत की सांस ली है। गुलदार को पकड़ने के लिए वन विभाग की टीम काफी दिनो से लगातार प्रयास कर रही थी।
दून घाटी क्षेत्र में लगातार छोटे बच्चों पर हमला कर उनको अपना निवाला बनाने वाले आदमखोर गुलदार से जहां क्षेत्रवासियों में दहशत बनी हुई थी, वहीं वन विभाग भी परेशान था। क्योंकि सभी जतन करने के बाद भी गुलदार हाथ नहीं आ रहा था। गुलदार को पकड़ने के लिए वन विभाग ने जंगलों में कैमरे भी लगाये थे व कई टीमें दिन रात सर्च आपरेशन चला रही थी। अब गुलदार के पकड़े जाने से क्षेत्रवासियों ने राहत की सांस ली है। वन विभाग की टीम द्वारा इस ऑपरेशन में दिन-रात एक कर जगह-जगह पर कैमरे और पिंजरे लगाए गए थे जिसके बाद उन्हें गुलदार को पकड़ने में सफलता मिली।
बता दें विगत दिनों गुलदार द्वारा एक 10 वर्षीय बालक पर हमला कर दिया गया था जिसके बाद उसकी मौत हो गई थी। उच्च अधिकारियों द्वारा कड़े निर्देश के बाद वन विभाग की टीम द्वारा लगातार सर्च ऑपरेशन किया गया और गुरुवार की सुबह वन विभाग की टीम को इसमें सफलता हाथ लगी है। बताया जा रहा है कि यह वही गुलदार है जिसने बच्चों पर हमला किया था। क्षेत्र के लोगों ने वन विभाग के इस कार्य की सराहना की है। वन विभाग की टीम के साथ ही स्वयं डीएफओ भी दिन-रात क्षेत्र में गस्त कर रहे थे और टीम का नेतृत्व कर रहे थे।
प्रभागीय वन अधिकारी वैभव कुमार ने बताया कि गुलदार को पकड़ने के लिए तीन टीमों का गठन किया गया था जो अलग-अलग क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन चला रहे थे। आज सुबह रिखोली ग्राम के क्षेत्र अंतर्गत आतंक का पर्याय बन चुके गुलदार को पकड़ लिया गया है। उन्होंने इसके लिए वन विभाग की टीम की सराहना की जिन्होंने रात दिन गुलदार को पकड़ने के लिए कार्य किया और अपनी जान की परवाह ना करते हुए आदमखोर गुलदार को पकड़ा। उन्होंने बताया कि गुलदार पांच से छह वर्ष का नर गुलदार है जिसका चिकित्सीय परीक्षण में पता चला कि यह आदमखोर हो चुका था। इसको पकडने के लिए दो माह से वन विभाग की दो टीमें रायपुर व मसूरी की 40 लोगों की टीम लगातार प्रयास कर रही थी व लोकेशन का पता लगा रही थी।