November 22, 2024

भव्य दीक्षांत परेड समारोह में 27 अधिकारी ITBP की मुख्यधारा हिमवीरों में हुए शामिल

मसूरी। भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल अकादमी परेड ग्राउंड में भव्य दीक्षांत परेड, ब्रास बैंड व पाइप बैंड प्रदर्शन व जूड़ों कराटे प्रदर्शन व शपथ ग्रहण के साथ 27 अधिकारी बल की मुख्यधारा में शामिल हो गये। इस मौके पर मुख्य अतिथि आईटीबीपी के महानिदेशक अनीश दयाल सिंह ने परेड की सलामी ली।

आईटीबीपी परेड ग्राउंड में आयोजित दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि बल के महानिदेशक अनीश दयाल सिंह ने पास आउट होने वाले अधिकारियों को बल की मुख्यधारा हिमवीरों में शामिल होने पर बधाई दी व कहा कि भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल का इतिहास गौरवमयी रहा है, इसलिए बल को नव सैन्य अधिकारियों से बड़ी अपेक्षाएं हैं। उन्होंने कहा कि बल की इसी परंपरा को आगे बढाते हुए बल का नाम रौशन करें। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण के दौरान अधिकारियों ने हर चुनौती का सामना करने का प्रशिक्षण लिया है जिसे जीवन में उतारें व बल की पुरानी परंपरा के निर्वहन के साथ नये विचारों का समावेश करें। उन्होेने कहा कि बल लगातार महिला सशक्तिकरण के लिए कार्य कर रहा है जिसकी बदौलत बल में लगातार महिलाओं की सख्या बढ रही है उनकी सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जा रहा है और आज बल की महिला जवान सीमाओं से लेकर बल के हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रही है उन्हें बराबरी का दर्जा दिया गया है।

इससे पूर्व अकादमी के निदेशक व आईजी पीएस डंगवाल ने मुख्य अतिथि व अतिथियों का स्वागत किया व बल में शामिल होने वाले अधिकारियों के प्रशिक्षण की विस्तार से जानकारी दी। वहीं नव सैन्य अधिकारियों के परिजनों का विशेष आभार व्यक्त किया जिन्होंने अपने लाडलों को देश की सुरक्षा के लिए समर्पित किया है। इस मौके पर डीआईजी व उपनिदेशक अकादमी राजेश शर्मा ने सभी का आभार व्यक्त किया। अंत में परेड के बाद नव सैन्य अधिकारियों को मुख्य अतिथि सहित बल के अधिकारियों व परिजनों ने पीपींग सेरेमनी के तहत युवा सैन्य अधिकारियों के कंधों पर सितारे सजाये। इस मौके पर बल के कंमाडों व करातेकारों ने हैरतअंगेज कारनामें दिखा लोगों को दांतो तले उंगली दबाने को मजबूर किया। 

प्रशिक्षण के दौरान आधार प्रशिक्षण में उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारियांें को पुरस्कार दिए गये जिसमें सहायक सेनानी जीडी तरूण बिष्ट को सोर्ड ऑफ ऑनर फाॅर बेस्ट ऑल राउंड ट्रेनी व बेस्ट आउट डोर का पुरस्कार दिया गया। वहीं जीडी हिमांशु फ्लोरिया को बेस्ट स्पोर्टस, सहायक सेनानी जीडी अरविन कुमार एम को बेस्ट आउट डोर, का पुरस्कार दिया गया। वहीं जीओज कंबेटाईजेशन कोर्स में सहायक सेनानी एमओ सागर बालू को ऑल राउंड बेस्ट ट्रेनी, सहायक सेनानी रिशू रंजन को बेस्ट इंनडोर ट्रेनी का पुरस्कार दिया गया।

इस मौके पर डीआईजी व उपनिदेशक अकादमी अजय पाल सिंह, सेनानी प्रशासन सोभन सिंह राणा, सेनानी प्रशिक्षण सुकुमार जीजू, जनसंपर्क अधिकारी धमेंद्र भंडारी सहित बल के अधिकारी व अतिथि मौजूद रहे। 

बल की मुख्यधारा हिमवीरों में शामिल होने वाले 27 अधिकारियों में 14 सहायक सेनानी जीडी, 12 सहायक सेनानी चिकित्सा, एक सहायक सेनानी वैट है इनमें चार राजस्थान, तीन महाराष्ट्र, दो – दो उत्तर प्रदेश, झारखंड, केरला, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, व आंध्र प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ, दिल्ली, हिमाचल, तमिलनाडु, तेलंगाना, कर्नाटक, लेह लददाख, व असम के एक – एक प्रशिक्षणार्थी शामिल थे।

इस मौके पर सोर्ड ऑफ ऑनर लेने वाले उत्तराखंड के सहायक सेनानी अरूण बिष्ट ने कहा कि कठिन प्रशिक्षण के बाद बल की मुख्यधारा से जुड रहे हैं यह दिन हमारे लिए बहुत खुशी व जीवन भर याद रहने वाला दिन है और इस दिन के साक्षी परिवार के सदस्य भी है। उन्होंने बल में आने पर कहा कि आईटीबीपी देश के सबसे उत्कृष्ट बलों में एक है जहां कठिन प्रशिक्षण के बाद सभी प्रकार का प्रशिक्षण दिया जाता है विशेष कर पहाड़ी क्षेत्रों में आने वाले चुनौतियों के लिए तैयार किया जाता है। उन्हें खुशी है कि वह इस बल का हिस्सा बन देश की सुरक्षा करने का दायित्व मिला है।

हिमाचल के सहायक सेनानी वैभव नेगी ने कहा कि उन्हें गर्व है कि उन्हें हिमवीरों की मुख्यधारा में जुडने का असवर मिला, उन्हांेने कहा कि प्रशिक्षण बहुत कठिन रहा लेकिन जब मन में देश सेवा की भावना हो तो सब कुछ आसान हो जाता है। वही सहायक सेनानी रिशू रंजन ने कहा कि बहुत अच्छा लग रहा है वहीं उन्हांेने अपने परिजनों, प्रशिक्षु अधिकारियों का विशेष धन्यवाद किया जिन्होंने उन्हें हर कदम पर सहयोग किया व प्रशिक्षण दिया।

About Author

Please share us

Today’s Breaking