मसूरी स्थित शहीद स्थल की बिजली काटने से लोगों में आक्रोश के बाद विभाग ने विद्युत संयोजन बहाल किया
मसूरी। उत्तराखंड राज्य आंदोलन के शहीदों की याद में बना शहीद स्थल इन दिनों अंधकार में डूबा है। क्योंकि बिजली विभाग ने शहीद स्थल की बिजली काट दी है, जो कि राज्य आंदोलनकारियों का भारी अपमान है। इसे लेकर आम जनता में आक्रोश है।
इस संबंध में कांग्रेस अध्यक्ष अमित गुप्ता ने इसे प्रदेश सरकार की घोर लापरवाही माना व कहा कि जिन लोगों की शहादत के बाद राज्य बना उनका सम्मान करने के बजाय शहीद स्थल की लाइट काट दी, जो कि दुर्भाग्यपूण है। उन्होंने कहा कि यदि शीघ्र बिजली नहीं जोडी गई तो कांग्रेस आंदोलन करेगी।
उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी मंच के अध्यक्ष देवी गोदियाल ने इस पर कड़ी आपत्ति की व कहा कि यह शहीदों का अपमान है। जबकि पूर्व में प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री भुवनचंद्र खंडूरी ने शहीद स्मारकों व महापुरूषों की प्रतिमाओं पर निःशुल्क बिजली लगाने की घोषणा की थी।
वहीं राज्य आंदोलनकारी श्रीपति कंडारी ने कहा कि यह बडी शर्मनाक घटना है कि शहीद स्थल की बिजली काटी गई। यह उन शहीदों का अपमान है जिनकी शहादत से राज्य बना। लेकिन विद्युत विभाग ने इसकासंज्ञान नहीं लिया व बिजली काट दी।
बिजली विभाग के एसडीओ का कहना था कि यहां पर केवल कार्यक्रम के लिए बिजली दी जाती है, लेकिन शहीद स्थल पर बिजली का मीटर नहीं लगा होने से बिजली काट दी गई है। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें जानकारी नहीं है कि मुख्यमंत्री का ऐसा कोई आदेश है कि शहीद स्थल पर निःशुलक बिजली उपलब्ध करायी जाय। इसके लिए संस्कृति विभाग को मीटर लगाने के लिए लिखा गया है। हालांकि अब बिजली विभाग ने मंत्री गणेश जोशी के निर्देश के बाद शहीद स्थल की विद्युत आपूर्ति बहाल कर दी गई है।