Mussoorie Update: 22 मई तक बुझ जायेगी मसूरी की प्यास, यमुना मसूरी पेयजल पंपिंग योजना का सफलतापूर्वक परीक्षण
मसूरी। बहुत जल्दी आने वाले समय में पर्यटन नगरी मसूरी को पानी की किल्लत से निजात मिल जाएगी। यमुना से पानी की सप्लाई शुरू होने के साथ केंद्र सरकार की बहुप्रतीक्षित यमुना मसूरी पेयजल योजना का परीक्षण सफलतापूर्वक पूरा हो गया है। जिसके बाद मसूरीवासियों में खुशी की लहर छा गयी। योजना के सफल परीक्षण पर व्यापार संघ ने आतिशबाजी, मिष्ठान वितरण व ढोल बजाकर खुशी का इजहार किया।
उत्तराखंड पेयजल निगम द्वारा यमुना मसूरी पेयजल योजना का सफल परीक्षण किया गया। इसके पश्चात विभाग द्वारा तकनीकी जांच के बाद सुचारू रूप से इस योजना का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा। 144 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित इस परियोजना का लाभ मसूरीवासियों को 2052 तक मिलेगा। इस दौरान मसूरी में कहीं भी पानी की किल्लत नहीं होगी। इस योजना के सफल परीक्षण के बाद अधिकारियों में खासा उत्साह देखा गया। योजना का कार्य 2020 में शुरू हुआ था और आज यमुना के पानी को राधा भवन टैंक में पहुचा दिया गया है।
मालूम हो कि पर्यटन सीजन शुरू होते ही मसूरी में पानी की किल्लत शुरू हो जाती थी और टैंकरों के द्वारा पानी की सप्लाई की जाती थी। जिस कारण व्यवस्थाएं चरमरा जाती थी और लोगों को पानी के लिए भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता था। इस योजना को लागू करने में क्षेत्रीय विधायक और कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी व राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
मसूरी में यमुना से पानी पहुंचने पर नगर पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता ने भी खुशी जाहिर की व मसूरीवासियो को बधाई दी। साथ ही केंद्र सरकार, मंत्री गणेश जोशी व राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी का आभार व्यक्त किया।
जीएम प्रोजेक्ट मनोज कुमार शर्मा ने बताया कि यह योजना पूर्ण हो चुकी है और कुछ तकनीकी परीक्षणों के बाद 22 मई से मसूरी वासियों को इसका लाभ मिल जाएगा। यह योजना मसूरी क्षेत्र के साथ ही कोल्हूखेत तक पानी की सप्लाई करेगी और उसके पश्चात यह योजना उत्तराखंड जल संस्थान को हस्तांतरित कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि पानी की सप्लाई के परीक्षण के बाद कहीं पर भी लीकेज की सूचना नहीं मिली है और यह योजना पूरी तरह से सफल रही है। उन्होंने बताया कि यह योजना मसूरी के विकास में मील का पत्थर साबित होगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि इस योजना का लाभ मसूरी नगर पालिका क्षेत्र के लोगों को मिलेगा। इस योजना से देहरादून को कोई पानी नहीं दिया जायेगा।
व्यापार संघ के अध्यक्ष रजत अग्रवाल ने कहा कि इस योजना से मसूरी एलवासियों को आगामी तीस साल तक पानी की कोई कमी नहीं होगी। जो होटल व होम स्टे टैंकरों से पानी मंगाते थे, अब उन्हें पानी नहीं मंगाना पडे़गा। सीवर लाइन के लिए भी पर्याप्त पानी उपलब्ध होगा। उन्होंने यह भी कहा कि यह योजना मसूरी के लिए है। इससे मसूरी से बाहर पानी नहीं जाने दिया जायेगा। अगर ऐसा हुआ व मसूरी के समीपवर्ती क्षेत्र कुठालगेट व वहां बने अपार्टमेंट को दिया जायेगा तो मसूरी को इसका लाभ नहीं मिल पायेगा व समस्या वहीं रह जायेगी। अगर ऐसा हुआ तो इसका विरोध किया जायेगा।
वहीं होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने भी यमुना पेयजल योजना के सफलतापूर्वक परीक्षण होने पर मसूरीवासियों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि इस योजना के संचालित होने के बाद मसूरी में अब पानी की किल्लत नही रहेगी।