November 21, 2024

एनजीटी के रोक के बाद निकला पानी का समाधान, व्यापार संघ ने ग्रामसभा क्यारकुली व जलसंस्थान का आभार व्यक्त किया

मसूरी। मसूरी झील के समीप स्थित पानी के स्रोत से पानी की आपूर्ति पर एनजीटी के रोक के बाद मसूरी में पैदा हुई पानी की समस्या का भटटा क्यारकुली गांव, जल संस्थान व मसूरी टैंकर एसोसिएशन के प्रयासों से फिलहाल समाधान निकाल लिया गया है। जिस पर व्यापार संघ ने जल संस्थान व ग्राम सभा क्यारकुली का आभार व्यक्त किया है।

कुलड़ी स्थित एक होटल के सभागार में आयोजित पत्रकार वार्ता में व्यापार संघ अध्यक्ष रजत अग्रवाल ने बताया कि एनजीटी द्वारा झील के समीप वाले स्रोत से पानी की आपूर्ति पर रोक लगा दी गयी थी, जिसके बाद मसूरी में पानी की समस्या पैदा हो गई थी। लेकिन ग्राम सभा भटटा क्यारकुली की प्रधान कौशल्या रावत एवं भाजपा मसूरी मंडल अध्यक्ष राकेश रावत ने भटटा क्यारकुली ग्राम सभा से तीन पानी के स्रोतों का जल संस्थान से परीक्षण करवाया, जहां का पानी शुद्ध निकला जिसे पीने के काम में लाया जा सकता है। जिस पर जल संस्थान के सहयोग से दो स्रोत क्यारकुली व एक स्रोत बांसाघाट में तैयार किया गया है। जहां से पानी टैंकरों के माध्यम से लाया जा सकता है। वहीं टैंकर वालों से भी वार्ता हो गई व उनकी समस्या का भी समाधान कर दिया गया है। अब क्यारकुली व बांसाघाट से पानी लाया जा सकता है। जिसका मामूली भुगतान ग्राम समाज को करना होगा व उसकी पर्ची जल संस्थान से जारी की जायेगी। उन्होंने इसके लिए ग्राम सभा क्यारकुली की प्रधान कौशल्या रावत, भाजपा मसूरी मंडल अध्यक्ष राकेश रावत व जल संसथान के सहायक अभियंता त्रेपन सिंह रावत का विशेष आभार व्यक्त किया है।

इस मौके पर भाजपा मसूरी मंडल अध्यक्ष राकेश रावत ने कहा कि क्यारकुली में दो स्रोत से प्रतिदिन 120 टैंकर व बांसाघाट से 60 टैंकर पानी सप्लाई हो सकेगी। उन्होंने कहा कि झील के समीप स्रोत से आपूर्ति प्रतिबंधित होने के बाद मसूरी में पानी की समस्या हो गयी थी। इस कारण होटल व्यवसाय व पर्यटन पर इसका बुरा असर पड़ना तय था। लेकिन अब ग्राम सभा क्यारकुली ने इस समस्या का समाधान निकाल दिया है। इसका मामूली पैसा लिया जायेगा, जो फिलिंग स्टेशन बनाये हैं उससे मात्र 10 प्रतिशत पानी लिया जायेगा। बाकी पानी का प्रयोग गांव व जंगली जानवरों व अन्य के लिए उपयोग में लाया जायेगा।

इस मौके पर जल संस्थान के सहायक अभियंता त्रेपन सिंह रावत ने कहा कि टैंकर रेगुलेशन के लिए जल संस्थान एक पालिसी बना रहा है ताकि इसमें किसी का अहित न हो। बांसाघाट में एक फिलिंग स्टेशन बना दिया गया है। वहीं दो क्यारकुली में बनाये जा रहे हैं। इसमें टैंकरों की क्षमता के हिसाब से शुल्क लिया जायेगा व पालिसी के अनुसार पर्ची काटी जायेगी। इसमें यह शुल्क टैंकर वालों को नहीं देना होगा इसे होटल वाले देंगे। टैंकर वाले केवल भाड़ा लेंगे। होटल वालों के टैंकर बांसाघाट से पानी भरेंगे, जबकि गांव के टैंकर क्यारकुली से पानी भरेंगे। इस मौके पर व्यापार संघ के महामंत्री जगजीत कुकरेजा, कोषाध्यक्ष नागेद्र उनियाल, कांग्रेस नेता अमित गुप्ता, भाजपा महामंत्री कुशाल राणा, सहित विभिन्न होटलों के प्रतिनिधि मौजूद रहे।

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