रसूखदारों के आगे नतमस्तक वन विभाग, धडल्ले से किया जा रहा पहाड़ का सीना छलनी
मसूरी। पहाड़ का सीना छलनी किया जा रहा हो, और वन विभाग मौन धारण किये हुए हो। ऐसा बिना मिलीभगत के नही हो सकता है। जिस कारण विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठ रहे हैं।
जी हां पहाड़ो की रानी मसूरी में बीते एक माह से अधिक समय से एक रसूखदार द्वारा मसूरी पब्लिक स्कूल के गेट के सामने मशीन लगाकर पहाड़ का सीना छलनी किया जा रहा है, लेकिन वन विभाग इस रसूखदार के आगे नतमस्तक दिखाई देता है। वन विभाग को कई बार इसकी सूचना दी गयी है। बावजूद इसके इस पर अभी तक कोई कार्यवाही नही की गई है। यही नही यही हाल कैमल बैक रोड पर एक और रसूखदार का है। यहां पर भी धड़ल्ले से पहाड़ काटा जा है,लेकिन यहां भी कोई कार्यवाही नही। हैरानी की बात है कि यही कार्य यदि किसी आम गरीब व्यक्ति के द्वारा किया जा रहा होता तो उस पर अब तक वन विभाग की मार पड़ भी गयी होती। हालांकि सम्बंधित क्षेत्र के वन दरोगा द्वारा बताया गया कि कार्य को रोकने को कहा गया है। लेकिन इन रसूखदारो की हनक ऐसी है कि बेखौफ होकर पहाड़ काटने का कार्य जारी है। बावजूद इसके विभाग इनके खिलाफ अभी तक कोई कार्यवाही नही कर पाया। यदि इन पर कार्यवाही होती तो बेखौफ होकर कार्य जारी नही रहता। इसी कारण सवाल भी उठता है कि कहीं न कहीं विभाग की इनके साथ मिलीभगत है।
सवाल खड़े होंगे भी क्यो नही। सच भी यही है। मसूरी में रसूखदारों के निर्माण धड़ल्ले से होते दिख जाते हैं लेकिन आम गरीब लोगो पर सम्बंधित विभागों द्वारा त्वरित कार्यवाही की जाती है। जिस कारण आज स्थिति यह है कि लोगो का इन विभागों के खिलाफ आक्रोश बढ़ता जा रहा है। इसलिए समय रहते वन विभाग और मसूरी देहरादून प्राधिकरण को भी अपनी कार्यशैली में सुधार कर लेना चाहिए।