चौथे दिन भी जारी रहा भोजनमाताओं का धरना, सरकार से आया वार्ता का निमंत्रण
देहरादून। शिक्षा निदेशालय पर सीटू से सम्बद्ध उत्तराखण्ड भोजन माता कामगार यूनियन का धरना आज चौथे दिन भी जारी रहा। इस दौरान सीटू के राष्ट्रीय सचिव कामरेड के. उमेश भी मौजूद रहे। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मोदी सरकार उत्तराखंड के साथ ही पूरे देश मे गुजरात मॉडल लागू कर रही है।
धरने को संबोधित करते हुए सीटू के राष्ट्रीय सचिव कामरेड के. उमेश ने कहा कि भोजनमताओं की सभी मांगें जायज है। सरकार को उन्हें पूरा करना चाहिए। इस दौरान उन्होंने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वर्तमान मोदी सरकार पूरे देश मे गुजरात मॉडल को लागू करना चाहती है। क्योंकि गुजरात में मजदूरी की मजदूरी सबसे कम है। वहीं वहां पर भोजन माताओ को हटा दिया गया है। इसी परिपाटी को भाजपा सरकार यहां भी लागू करना चाहती है। उन्होंने कहा कि मजदूरों को केरल की तर्ज पर वेतन भत्ते व सुविधाएं दी जानी चाहिए, ताकि कमजोर वर्ग का जीवन स्तर ऊंचा उठ सके।
इस अवसर पर सीटू के प्रांतीय अध्यक्ष राजेंद्र सिंह नेगी ने कहा कि सरकार भोजनमाताओ से शीघ्र वार्ता कर उनकी मांगों पर कारवाही करें, अन्यथा भोजन माताएं आने वाले लोकसभा चुनावों में सबक सिखाने का काम करेंगी। धरने को प्रांतीय महामंत्री एम.पी. जखमोला, जिला महामंत्री लेखराज, कोषाध्यक्ष मनमोहन रौतेला आदि ने सम्बोधित किया ।
इस अवसर पर यूनियन की महामन्त्री मोनिका ने बताया कि मुख्यमंत्री कार्यालय से उन्हें वार्ता हेतु बुलावा आया है, इसके लिए पांच नाम दे दिए है। हो सकता है उनकी वार्ता कल हो जाएगी। वार्ता के पश्चात ही आगे की रणनीति तय की जाएगी ।
इस अवसर पर भूपेंद्र सिंह नेगी, मोनिका, विजया डंगवाल, रोशनी, राजेश्वरी, इमला देवी, लक्ष्मी देवी, शर्मिला भट्ट, प्रकाशी देवी, निर्मला देवी, रामेश्वरी आदि धरने में सम्मिलित रहे ।