दुःखद समाचार: सामाजिक कार्यकर्ता बिजेंद्र भंडारी (बिज्जू भाई) का आकस्मिक निधन, शहर में शोक की लहर

मसूरी। “विजेंद्र भंडारी” (बिज्जु भाई) एक ऐसा नाम जो हर किसी के सुख दुख में सदैव खड़ा रहता था। आज ऐसे सामाजिक और राजनैतिक कार्यकर्ता का इस दुनिया से अचानक चला जाना, पूरे समाज के लिए अपूर्णीय क्षति है। मसूरी आज तक परिवार ईश्वर से उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हैं और शोकाकुल परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हैं।
आज सुबह भारतीय जनता पार्टी के ब0 कार्यकर्ता, पूर्व महामंत्री एमपीजी कॉलेज और सामाजिक सरोकारों में सदैव तत्पर रहने वाले मसूरी निवासी और अजय भंडारी के बड़े भाई विजेंद्र भंडारी के आकस्मिक निधन से पूरे शहर में शोक की लहर दौड़ गई। बिज्जू भाई अपने पीछे वृद्ध मां, पत्नी, बेटा और बेटी को छोड़ गए। उनके निधन की खबर मिलते ही पालिकाध्यक्ष मीरा सकलानी, पूर्व पालिकाध्यक्ष मनमोहन सिंह मल्ल, भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष मोहन पेटवाल, पूर्व महामंत्री खुशाल राणा, भाजपा मंडल अध्यक्ष रजत अग्रवाल, कांग्रेस शहर अध्यक्ष अमित गुप्ता, पालिका सभासद गीता कुमाई, पवन थलवाल, सचिन गुहेर, सतीश ढौंडियाल, ब0 पत्रकार शूरवीर भंडारी, बिजेंद्र पुंडीर, देवेंद्र उनियाल, भगवान सिंह चौहान, जगजीत कुकरेजा, मेघ सिंह कंडारी, गौरव गुप्ता, मनीष कुकशाल, धर्मपाल पंवार, आशुतोष कोठारी, नरेश प्रताप मल्ल सहित विभिन्न सामाजिक संगठनों और राजनैतिक दलों के प्रतिनिधि व पत्रकारगण उनके आवास पर पहुंचे और उनकी अंतिम यात्रा में सम्मिलित हुए। सभी ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया और परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की। उनका अंतिम संस्कार हरिद्वार में होगा।
बिज्जु भाई हमेशा सामाजिक कार्यों में आगे रहते थे। यहां तक कि यदि वह किसी को जानते नहीं भी थे उनके लिए भी सदैव तत्पर रहते थे। ऐसे शख्सियत का चला जाना पूरे समाज के लिए बहुत बड़ी क्षति है, जिसकी भरपाई नहीं हो सकती है। जब उनके आवास से भाजपा के झंडे में लिपटकर उनका पार्थिव शरीर अंतिम यात्रा पर हरिद्वार के लिए निकला वहां पूरा माहौल गमगीन हो गया। हर किसी को अफसोस था कि जो सुबह तक ठीकठाक था, वह इस तरह कैसे अचानक सबको अलविदा कह गया। समाज में ऐसे सामाजिक व्यक्तित्व की कमी सदैव खलती रहेगी।
ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करे और दुख की इस घड़ी में परिजनों को शक्ति दे।