संयुक्त ट्रेड यूनियनों की हड़ताल: मसूरी में भी मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ श्रमिकों का हल्लाबोल

मसूरी: ट्रेड यूनियन संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर आज देशभर में किसानो और मजदूरों ने मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ राष्ट्रव्यापी हड़ताल की. जिसका मिलाजुला असर देखने को मिला. मसूरी में भी अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस (AITUC) और सेंटर ऑफ़ ईंडियन ट्रेड यूनियन(CITU) के नेतृत्व में विभिन्न ट्रेड यूनियनों से जुड़े मजदूरो ने अलग अलग जगहों पर मोदी सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. एटक से जुड़े मजदूर शहीद भगत सिंह चौक पर एकत्रित हुए और मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. वही सीटू से जुड़े आशा, आंगन बाड़ी, भोजनमाताएं, होटलों से जुड़े कर्मचारी और मजदूर संघ के रिक्शा श्रमिकों ने शहीद स्थल पर एकत्रित होकर मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की, जहाँ से सभी उपजिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे, और एसडीएम के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन प्रेषित किया.
सेंटर ऑफ़ ट्रेड यूनियन के नेतृत्व में मजदूर संगठनों ने प्रदर्शन कर ज्ञापन प्रेषित किया
सेंटर ऑफ़ इंडियन ट्रेड यूनियन के कार्यकारी अध्यक्ष व मजदूर संघ मंत्री सोबन सिंह पंवार के नेतृत्व में मजदूर संघ से जुड़े रिक्शा श्रमिक, आशा कार्यकत्री, आँगनबाड़ी कार्यकत्री, भोजन माताएं एव होटलों से जुड़े श्रमिकों ने उपजिलाधिकारी कार्यालय तक मोदी सर्कार की श्रम विरोधी नीतियों के खिलाफ रैली निकालकर प्रदर्शन किया. जिसके बाद उन्होंने प्रधानमंत्री के नाम उपजिलाधिकारी के माध्यम से ज्ञापन प्रेषित किया. ज्ञापन में श्रमिक विरोधी चार श्रम संहिताओं को रदद करने, प्रभावशाली श्रम कानून बनाने, पुरानी पेंशन योजना बहाल करने, श्रमिकों का मासिक मानदेय तीस हजार रूपये करने, सरकारी कार्यालयों व निजी औद्योगिक संस्थानों में ठेका, संविदा व आउटसोर्स पर लगे श्रमिकों को नियमित करने, आशा आंगनवाडी व भोजन माताओं को सरकारी कर्मचारी घोषित करने, समान कार्य के लिए समान वेतन दिए जाने, व मजदूर संघ के साइकिल रिक्शा श्रमिकों को ई रिक्शा देने, असमर्थ मजदूरों का विस्थापन कर उन्हें दस लाख देने या दुकानें बनाकर आंवटित करने, सभी होटलों में पीएफ, ईएसआई सहित न्यूनतम वेतन लागू करने की मांग की गयी है.
इस मौके पर सीटू के नगर कार्यकारी अध्यक्ष एवं मंत्री मजदूर संघ सोबन सिंह पंवार ने कहा कि मोदी सरकार की सश्रम विरोधी नीतियों के कारण मजदूरों का जीना मुश्किल हो गया है. जहाँ सरकार लगातार अपने पूंजीपति मित्रो को लाभ पहुँचाने के लिए श्रम कानूनों को उनके मुताबिक लागू कर रही है, वहीँ ट्रेड यूनियनों की न्यूनतम वेतन वृद्धि की मांग को नजरअंदाज कर रही है. जिससे लगातार बढती कमरतोड़ महंगाई के कारण आम गरीब श्रमिकों को परिवार का भरण पोषण करना मुश्किल हो गया है.
प्रदर्शन में मजदूर संघ अध्यक्ष संपत लाल, सीटू नगर मंत्री गंभीर पंवार, सचिव ममता राव, जयश्री बिष्ट, होटल रेस्टोरेंट कर्मचारी संघ के महासचिव विक्रम बलूडी, आशा स्वास्थ्य यूनियन की अध्यक्षा बीना रावत, महामंत्री सुनीता सेमवाल, सुनीता तेलवाल,सुनीता भंडारी, धनी लाल शाह, रमेश गौड, मुकेश लाल, जयमल पंवार, कुलदीप रावत, खेमानंद नौटियाल, जगत लाल, राजेन्द्र चौहान, विजय कुमार सहित बड़ी सख्या में मजदूर संगठनों के श्रमिक सम्मिलित रहे.
एटक के नेतृत्व में मजदूर संगठनों ने किया प्रदर्शन, राष्ट्रपति को ज्ञापन प्रेषित किया
दूसरी ओर अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस के नेतृत्व में श्रमिक संगठनों से जुड़े मजदूर एटक और होटल वर्कर्स यूनियन अध्यक्ष आर पी बडोनी के नेतृत्व में शहीद भगत सिंह चौक पर एकत्रित हुए. जहाँ उन्होंने केंद्र सरकार व राज्य सरकार की मजदूर विरोधी नीति के विरोध में जोरदार नारेबाजी के बीच प्रदर्शन किया व एसडीम के माध्यम से राष्ट्रपति को मजदूरों की समस्याओं से संबंधित ज्ञापन दिया प्रेषित किया. ज्ञापन में मांग की गई कि उत्तराखंड सरकार द्वारा डीए भुगतान पर लगायी रोक को हटाया जाय, श्रमिको को बोनस, पीएफ, ईएसआई साप्ताहिक अवकाश की सुविधा दी जाय, 29 श्रम कानूनों के स्थान पर लायी गयी चार श्रम संहिताओं को रदद किया जाय व श्रम कानूनों को प्रभावी बनाया जाय, न्यूनतम वेतन 26 हजार किया जाय, बढती मंहगाई पर रोक लगायी जाय, नई पेंशन स्कीम रदद कर पुरानी पेंशन लागू की जाय, कर्मकार बोर्ड में ट्रेड यूनियनों के प्रतिनिधियों को रखा जाय, पटरी वालों का उत्पीड़न बंद किया जाय, गोल्फकार्ट श्रमिकों का शोषण बंद किया जाय, व सिफन कोर्ट के बेघरों को आवास दिया जाय, वाणिज्य प्रतिष्ठानों में कार्यरत महिला कर्मियों के लिए न्यूनतम वेतन घोषित किया जाय, उत्तराखंड में रिक्त पडे पंचास हजार से अधिक पदों पर नियुक्ति की जाय, चाय बागान श्रमिकों की समस्या का समधान किया जाय.
इस मौके पर एटक अध्यक्ष आरपी बडोनी ने कहा कि देश में राष्ट्रव्यापी हडताल के तहत विभिन्न ट्रेड यूनियनें और उनसे जुड़े श्रमिक आज हड़ताल पर हैं . जिसके तहत मसूरी में भी श्रमिक हडताल पर है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार लगातार श्रमिकों के साथ अन्याय कर रही है. कहा कि श्रम कानूनों से छेडछाड बर्दास्त नहीं की जायेगी. उन्होंने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार की श्रम विरोधी नीतियों के खिलाफ मजदूर लगातार सडकों पर आंदोलन कर रहा है, लेकिन मोदी सरकार श्रमिकों की मांगों पर ध्यान नहीं दे रही है.
वहीँ शहर कांग्रेस अध्यक्ष अमित गुप्ता ने कहा कि देश की रीढ कहे जाने वाले मजदूरो की गूंगी बहरी मोदी सरकार लगातार उपेक्षा कर रही है, जिसके खिलाफ संयुक्त ट्रेड यूनियन मोर्चा के आह्वन पर मजदूर आज सड़कों पर है. केंद्र व राज्य की सरकार मजूदूर विरोधी नीतियाँ थोप रही है. महंगाई लगातार बढ रही है. उन्होंने कहा कि अगर अभी भी सरकार नहीं चेती तो अक्टूबर में पूरे देश में अनिश्चितकालीन हडताल की जायेगी.
इस मोके पर शहर कांग्रेस अध्यक्ष अमित गुप्ता, कम्युनिस्ट पाटी के वरिष्ठ नेता देवी गोदियाल, गाइड यूनियन के अध्यक्ष बलबीर सिंह, भवन निर्माण संघ से असलम खान, अध्यक्ष मजूदर संघ के रणजीत चौहान, संजय टम्टा, पटरी व्यापार संघ से राम किशन राही व गोविंद प्रसाद नौटियाल, स्कूल कर्मचारी संघ के पदम मेहतारा व मनीष थापा सहित बड़ी संख्या में मजदूर मौजूद रहे।