गन हिल रोपवे में फंसे यात्रियों को निकाला गया सुरक्षित
मसूरी। उत्तराखंड में लगातार आपदाओं से निपटने के लिए मॉक ड्रिल किया जा रहा है। इसके तहत मालरोड रोपवे पर भी मॉक ड्रिल कर व्यवस्थाओं को परखा गया। इस दौरान रोपवे के रूकने के बाद रोपवे में फंसे लोगों को सकुशल निकालने व उन्हें अस्पताल पहुंचाने के लिए एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, आईटीबीपी, पुलिस, फायर सहित नगर प्रशासन, विद्युत विभाग, जल संस्थान, आदि ने तालमेल बनाकर बचाव कार्य का प्रदर्शन किया।
माल रोड झूलाघर रोपवे में फंसे लोगों को निकालने के लिए किए गये मॉक ड्रिल में सभी विभागों ने आपसी तालमेल बनाकर बचाव कार्य किया। वहीं विभागों की कार्यप्रणाली को परखा गया।
इस मौके पर एनडीआरएफ के सहायक सेनानी अजय भट्ट ने बताया कि माल रोड रोपवे पर आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए मॉक ड्रिल किया गया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में कई रोपवे है जिसमें साढे नौ बजे शुरू किया व दस बजकर 22 मिनट पर फंसे लोगों को एंबुलेंस से शिफ्ट कर दिया गया। जिसमें सभी विभागों का सहयोग रहा। उन्होंने कहा कि वाॅक एक्सरसाइज साल में दो बार होती है। मसूरी में चार से पांच रोपवे है, हरिद्वार में मन्सा देवी, चंडी देवी रोपवे है वहां पर भी एक्सरसाइज चलती रहती है। ताकि इस प्रकार की घटना हो तो तत्काल प्रभावी कार्यवाही की जा सके।
इस मौके पर एसडीएम राहुल आनंद ने कहा कि अगर रोपवे में कोई घटना घटित होती है व पर्यटक फंस जाते है तो उन्हें निकलने के लिए अभ्यास किया गया। माॅक ड्रिल में 47 मिनट का समय लगा जबकि एक घंटे का समय तय किया गया था। इस रेस्क्यू अभियान में एनडीआरएफ, आईटीबीपी, एसडीआरएफ, फायर, पुलिस, होमगार्ड सहित नगर प्रशासन सहित संबंधित विभाग सभी मौजूद रहे। इसमें एनडीआरएफ व एसडीआरएफ का विशेष सहयोग रहा। आगामी समय में पर्यटन सीजन आने वाला है उस समय कोई घटना न हो जिसकी तैयारी के लिए यह माॅकड्रिल किया गया।
इस मौके पर एनडीआरएफ, आईटीबीपी, एसडीआरएफ, फायर, पुलिस, विद्युत विभाग, जल संस्थान, लोक निर्माण विभाग, स्वास्थ्य विभाग, नगर प्रशासन, होमगार्ड आदि के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।
