तिब्बती समुदाय ने धर्म गुरू दलाई लामा 90वां जन्म दिन पूरे उत्साह के साथ मनाया

मसूरी। तिब्बती समुदाय ने तिब्बत के धर्म गुरू दलाई लामा 90वां जन्म दिन पारंपरिक रीति रिवाज के साथ मनाया। इस मौके पर पूजा अर्चना कर उनकी दीर्घायु की कामना की गई व मिष्ठान वितरित किया गया। इस मौके पर तिब्बतन होम्स स्कूल के शिक्षकों को उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित भी किया गया।
तिब्बतन होम फाउंडेशन में तिब्बत के धर्मगुरू दलाई लामा के 90वें जन्म दिवस पर तिब्बती समुदाय ने दलाई हिल में जाकर पूजा अर्चना की व उनकी दीर्घायु की कामना की। इसके बाद विद्यालय के सभागार में कार्यक्रम आयोजित किया गया जहां बतौर मुख्य अतिथि लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन की उपनिदेशिका के हाथों विद्यालय के शिक्षकों को उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित किया गया।
इस मौके पर विद्यालय के चिकित्सक डा. केलसंग ने कहा कि आज पूरे विश्व में धर्मगुरू दलाई लामा का 90वां जन्म दिवस मनाया जा रहा है। इसी कड़ी में प्रातः सात बजे दलाई हिल में पूजा अर्चना की गई व उसके बाद विद्यालय में जन्म दिवस कार्यक्रय आयोजित किया गया जिसमें तिब्बती लोक नृत्यों की प्रस्तुदि दी गयी व उनके जन्म दिन का केक बांटा गया। उन्होंनेे कहा कि उनके जन्म दिवस पर निर्णय लिया गया कि पूरे वर्ष विद्यालय में मांस नहीं खाया जायेगा व सेवा व धर्म के कार्य किए जायेंगे, पोैाधा रोपण आदि किया जायेगा।
इस मौके पर तेंनजिग चोगला ने बताया कि धर्म गुरू का जन्म दिन पूरे उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। उन्होने कहा कि दलाई लामा का जन्म तिब्बत में हुआ था लेकिन चाइना ने तिब्बत पर कब्जा कर लिया जिस कारण 16साल की उम्र में उन्हें देश छोड़ना पड़ा व भारत आ गये व शरण ली। उन्होंने कहा कि दो दिनों तक जन्मोत्सव मनाया जायेगा। जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रम किए जायेंगे। इस मौके पर मिष्ठान वितरित किया गया व दोपहर का भोजन का भी आयोजन किया गया। इस मौके पर बड़ी संख्या में तिब्बती समुदाय के लोग मौजूद रहे।