बारिश बनी मुसीबत, कोतवाली का पुश्ता ढहने से मंदिर, बद्रीनाथ म्यूरल व डांडी शोकेश ढहा, सात रिक्शे, दो बाइकें हुई क्षतिग्रस्त
मसूरी। मध्यरात्रि को हुई भारी बारिश के कारण कोतवाली का पुश्ता ढहने से वहां स्थित माता का मंदिर भी पुश्ते के साथ ही ढह गया। वहीं पुश्ते की चपेट में पुलिस कर्मियों की दो बाईक व मालरोड के किनारे खडे सात साइकिल रिक्शा, भगवान बद्रीनाथ का म्यूरल्स व एमडीडीए के सौंदर्यीकरण के तहत बनाया गया डांडी का शोकेस भी क्षतिग्रस्त हो गये। वहीं पुश्ता ढहने से कोतवाली के भवन के एक हिस्से को भी खतरा पैदा हो गया है।
मध्य रात्रि को हुई भारी बारिश के कारण मालरोड पर कोतवाली के समीप पुश्ता ढहने से माता का मदिर सहित दो बाईके, सात रिक्शे, बद्रीनाथ का म्यूरल्स, व डाडी का शोकेस इसकी चपेट में आ गये। मजदूर संघ के पूर्व मंत्री गंभीर पंवार से मिली जानकारी के अनुसार रात को भारी बारिश से कोतवाली से लगा पुश्ता ढह गया जिससे भारी नुकसान हुआ है गनीमत रही कि यह घटना दिन में नहीं हुई वरना जानमाल का भारी नुकसान हो सकता था। बताया गया है कि पुश्ता ढहने से इसमें सात से आठ रिक्शे दब गये जिसमें चार रिक्शे उन विधवा महिलाओं के हैं, जिनकी रोजी रोटी उसी से चलती है। रात को मजदूर रोड के किनारे रिक्शा खडे कर घर जाते थे। वहीं चार रिक्शे उन मजदूरों के है जिनका परिवार यहीं रहता है व उनकी रोजी रोटी इसी से चलती है।
मजदूर संघ के मंत्री संजय टम्टा के मुताबिक पुश्ता ढहने से सात से आठ रिक्शे दब गये हैं। उन्होंने शासन से मांग की कि जिन रिक्शा चालकों के रिक्शे क्षतिग्रस्त हो गए हैं, उन्हें मुआवजा दिया जाय ताकि वह परिवार का पालन पोषण कर सके।