ग्राम प्रधानों ने मनरेगा में मोबाइल माॅनिटरिंग सिस्टम के खिलाफ किया धरना प्रदर्शन, आन्दोलन की दी चेतावनी
टिहरी/मसूरी: जौनपुर विकासखंड में ग्राम प्रधानों ने मनरेगा में मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम के विरोध में प्रदेश सरकार के खिलाफ सांकेतिक धरना- प्रदर्शन किया व चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र इस नियम को वापस नहीं लिया, तो विकासखंड स्तर पर आंदोलन किया जायेगा।
प्रधान संगठन जौनपुर के अध्यक्ष सुंदर सिंह रावत के नेतृत्व में ग्राम प्रधान ब्लाक मुख्यालय में एकत्रित हुए व ग्राम प्रधानों ने मनरेगा आदि कार्यों पर सरकार की मोबाईल मॉनिटरिंग सिस्टम का जोरदार विरोध किया। इस मौके पर ग्राम प्रधानों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की व सरकार की मोबाइल मॉनिटरिंग सिस्टम को पंचायतों पर कुठाराघात बताया।
प्रधान संगठन के अध्यक्ष सुंदर सिंह रावत ने कहा कि एक तरफ सरकार पंचायतों को मजबूत करने की बात करती है तो दूसरी ओर देश की मुख्य व्यवस्था को मोबाईल मॉनिटरिंग जैसी घातक नियमों से बरबाद करने का काम कर रही है। उन्होंने कहा कि मोबाईल मॉनिटरिंग सिस्टम पहाड़ी क्षेत्रों व ग्रामीण श्रमिकों के लिए सबसे बड़ा घातक नियम है। पहाड़ की भौगोलिक स्थिति इस नियम को बर्दाश्त करने नहीं कर सकती, इससे विकास कार्य तो बाधित होंगे ही साथ में ग्रामीण श्रमिक भी कार्यों से बदहाल हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि समय रहते यदि सरकार इस नियम को वापस नहीं लेती तो आने वाले समय पर सरकार को बड़ा खामियाजा भुगतना पड़ेगा। वहीं उन्होंने संगठन के माध्यम से आह्वान किया कि प्रदेश के हर विकासखंड स्तर से यह लड़ाई तब तक जारी रहेगी जब तक यह सिस्टम बन्द नहीं किया जाता।
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धरने में ग्राम प्रधान विनीत लेखवार, देवेंद्र पंवार, सरदार पंवार, अनील नौटियाल, सरदार रावत, रीना बंगारी, जयदेव गौड़, बबीता सजवान, प्रीति सजवान सहित बड़ी तादात में विभिन्न ग्राम पंचायतों के प्रधान मौजूद रहे।